Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Nov, 2020 07:26 AM
2020 में सामाजिक जीवन के साथ-साथ धार्मिक गतिविधियों में भी अप्रत्याशित परिवर्तन हुए हैं। श्राद्ध के अगले दिन आरंभ होने वाले नवरात्र एक महीना आगे खिसक गए। चौमासा पंचमासा में बदल गया
Panch Mahotsav: 2020 में सामाजिक जीवन के साथ-साथ धार्मिक गतिविधियों में भी अप्रत्याशित परिवर्तन हुए हैं। श्राद्ध के अगले दिन आरंभ होने वाले नवरात्र एक महीना आगे खिसक गए। चौमासा पंचमासा में बदल गया तो दीवाली के पंच पर्व 4 दिवसीय हो गए हैं। दीवाली का त्यौहार धन त्रयोदशी से शुरू हो कर भाई दूज के साथ समाप्त होता है।
शुभ मुहूर्त
12 नवम्बर : गुरुवार, गोवत्स द्वादशी
13 नवम्बर : शुक्रवार धन त्रयोदशी, धनवंतरी जयंती, हनुमान जयंती
14 नवम्बर : शनिवार चतुर्दशी, नरक चौदस, दीवाली
14 नवम्बर : शनिवार, दीवाली
15 नवम्बर : रविवार, गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, विश्वकर्मा दिवस
16 नवम्बर : सोमवार, यम द्वितीया- भाई दूज
ग्रह-नक्षत्रों का शुभ योग
Happy Dhanteras 2020: 13 नवंबर धन तेरस के दिन सर्वार्थ सिद्धि, हस्त नक्षत्र, अमृतसिद्धि, प्रीति योग और कुंभ योग खास रहने वाले हैं। भगवान धनवंतरी, मां लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा करें। इससे सारा साल धन और निरोगी काया का सुख प्राप्त होगा।
शुभ मुहूर्त- सायं 5:34 से आरंभ होकर शाम 6:1 तक
प्रदोष काल- सायं 5:28 से लेकर रात 8:7 तक
वृषभ काल मुहूर्त- शाम 5:34 से सांय 7:29 तक
Shubh Muhurat Of Diwali: 14 नवंबर को नरक चतुर्दशी और दीपावली एक ही दिन आ रहे हैं। दोपहर से पहले नरक चतुर्दशी रहेगी, उसके बाद लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त आरंभ होगा। दिवाली पर सर्वसिद्धि आयुष्मान और फिर शोभन योग बनेगा। यह योग हर काम के लिए शुभ माने गए हैं। व्यापारिक प्रतिष्ठान में पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 12.09 से लेकर शाम 4.05 बजे तक रहेगा। लक्ष्मी पूजा का उत्तम समय शाम 5.05 से रात 8.12 बजे तक है।