Edited By Jyoti,Updated: 01 Jun, 2021 03:22 PM
आज यानि 1 जून से अग्नि पंचक प्रारंभ हो गाया है। ज्योतिष व धार्मिक शास्त्रों के अनुसार रविवार से प्रांभ होने वाला पंचक रोग पंचक, सोमवार को आरंभ बोने वाला राज पंचक
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आज यानि 1 जून से अग्नि पंचक प्रारंभ हो गाया है। ज्योतिष व धार्मिक शास्त्रों के अनुसार रविवार से प्रांभ होने वाला पंचक रोग पंचक, सोमवार को आरंभ बोने वाला राज पंचक, मंगलवार से प्रारंभ होने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है। इसके अलावा शुक्रवार से प्रारंभ होने वाला पंचक चोर पंचक और शनिवार से प्रारंभ होने वाला मृत्यु पंचक कहलाता है। कहा जाता है पंचक के दौरान किसी भी तरह कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते। परंतु अगर किसी व्यक्ति को इस दौरान कोई शुभ कार्य करना पड़ जाए तो क्या ऐसा करना चाहिए या नहीं?
इस बात को लेकर आज भी काफी लोग असमंजस में रहते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि ऐसे में क्या किया जा सकता है। जी हां, दरअसल ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें पंचक के दौरान किया जाना शुभ होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक के दौरा ईंधन इकट्ठा करना जरूरी हो तो पंचमुखी दीपक (आटे से निर्मित, तेल से भरकर) शिव जी के मंदिर में जलाएं, इसके बाद ईंधन खरीद सकते हैं।
जिस व्यक्ति को किसी कारण वश दक्षिण दिशा की यात्रा करनी पड़ें तो इससे पहले हनुमान मंदिर में 5 फल चढ़ाएं, और इसके बाद यात्रा कर सकते हैं।
अगर घर में किसी की शादी का शुभ समय हो तो और समय की कमी हो। लकड़ी का सामान खरीदना जरूरी हो तो ऐसे में गायत्री हवन करवा कर लकड़ी का फर्नीचर, पलंग तथा अन्य वस्तुएं की खरीदारी की जा सकती हैं।
अगर पंचक के दौरान घर के मकान की छत डलवाना जरूरी हो तो ऐसे समय में मजदूरों को मिठाई खिलाने के बाद, ही ये कार्य शुरू करें।
इन सब के अतिरिक्त पंचक के दौरान रिश्तेदारी में शव दहन का समय हो या घर में अचानक किसी की मृत्यु हो गई हो जाए तो शव दहन के समय 5 अलग पुतले बनाकर उन्हें अवश्य जलाएं, इसके बाद ही दाह संस्कार करें।