ग्रह नक्षत्रों ने बदली दिशा, 5 दिन तक सरकारी और जायदाद संबंधी कामों में मिलेगी विजय

Edited By ,Updated: 05 Dec, 2016 03:11 PM

panchak

शास्त्र कहते हैं, पंचक के दौरान 5 दिनों तक कुछ कार्य करना निषेध है।  पंचक नक्षत्रों में हानि, लाभ एवं कष्ट आदि 5 गुणा होते हैं जबकि त्रिपुष्कर में तीन गुणा और द्विपुष्कर में दोगुणा होने के संकेत हैं।

शास्त्र कहते हैं, पंचक के दौरान 5 दिनों तक कुछ कार्य करना निषेध है।  पंचक नक्षत्रों में हानि, लाभ एवं कष्ट आदि 5 गुणा होते हैं जबकि त्रिपुष्कर में तीन गुणा और द्विपुष्कर में दोगुणा होने के संकेत हैं। इस मास में पंचक 5 दिसम्बर को रात्रि 11 बजकर 2 मिनट पर शुरु होगी, जो 10 दिसम्बर को प्रात: 8 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी। 


आज का पंचक सोमवार से आरंभ हो रहा है इसलिए इसे राज पंचक कहा जाएगा। ये पंचक भविष्य के लिए मंगलसूचक संदेश देता है। आने वाले पांच दिन तक ग्रह नक्षत्र शुभ प्रभाव देंगे जिससे सरकारी कामों में विजय श्री प्राप्त होगी। जायदाद संबंधी कामों के लिए भी ये दौर समृद्धि और सौभाग्य लेकर आ रहा है।


इन दिनों में लकड़ी काटना, चारपाई बनवाना, दक्षिण दिशा की यात्रा करना, दुकान, मकान आदि की छत्त बनवाना, चटाई आदि बुनना, बैठने वाली गद्दियों का निर्माण कराना आदि कार्य करने निषेध माने गए हैं। इन दिनों में दुकान अथवा व्यापार के लिए नए सामान के आर्डर आदि भी नहीं दिए जाते। इन दिनों में दाहसंस्कार आदि के लिए भी ब्राह्मण अथवा विद्वानों के निर्देशानुसार पंचक शांति करवाने का विधान है। 

 
इन दिनों में विधिवत नक्षत्र पूजा करना, ब्राह्मणों को भोजन कराना, दान देना उत्तम कर्म है। वृहद ज्योतिष के अनुसार धनिष्ठा, उत्तराभाद्र व रेवती नक्षत्र सभी कार्यों के लिए शुभ एवं सिद्घिदायक और भाद्र एवं शतभिषा नक्षत्र साधारण रुप से कार्यसिद्घि कारक माने गए हैं, फिर भी हमारे मुहूर्त ग्रंथों में विवाह, मुण्डन, गृह मुहूर्त, गृह  प्रवेश, रक्षा बंधन और भैय्या दूज आदि त्योहारों में पंचक नक्षत्रों के निषेध के बारे में कोई विचार नहीं किया जाता।  
 

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