Edited By Jyoti,Updated: 13 May, 2020 07:39 PM
जेष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि यानी 14 मई को पंचक आरंभ हो रहा है जो 19 मई तक रहने वाला है।
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जेष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि यानी 14 मई को पंचक आरंभ हो रहा है जो 19 मई तक रहने वाला है। ज्योतिषशास्त्र के माने तो जब चंद्रमा अपने परिपथ भ्रमण एक कार में गोचर वंश कुंभ व मीन राशियों में या यूं कहें कि जब चंद्रमा धनिष्ठा नक्षत्र में, उत्तरार्ध में शतभिषा, पूर्वामाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र में होता है, तो उस काल को पंचक के नाम से जाना जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार पंचक काल की अवधि में किए गए किसी भी तरह के शुभ कार्य का फल नकारात्मक ही प्राप्त होता है। अर्थात इस नक्षत्र का योग अशुभ माना जाता है। चलिए जानते हैं पंचक से जुड़ी खास बातें-
ज्योतिषी बताते हैं कि पंचक काल के 5 दिनों में हर किसी को संभल करने की आवश्यकता होती है। यह दिन शुभ माने जाते हैं इसलिए इस दौरान किसी भी तरह का कोई भी जोखिम भरा कार्य नहीं करना चाहिए। तो वही पंचक काल के समय में यात्रा करना, लेन-देन, व्यापार और तमाम तरह के बड़े सौदे नहीं करनी चाहिए। किस तरह ऐसे कार्य करने से धन हानि होने की अधिक संभावना रहती है।
इसीलिए बार-बार ज्योतिष विशेषज्ञ यही अदाएं देते हैं कि इस दौरान भूलवश पर किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए इससे ना केवल धन का नुकसान होता है बल्कि साथ ही साथ जीवन में कई तरह की परेशानियां भी पैदा होती हैं।
शास्त्रों में इसस जुड़ा एक श्लोक मिलता है जिसके अनुसार-
'धनिष्ठ-पंचकं ग्रामे शद्भिषा-कुलपंचकम्।
पूर्वाभाद्रपदा-रथ्याः चोत्तरा गृहपंचकम्।
रेवती ग्रामबाह्यं च एतत् पंचक-लक्षणम्।।'
अर्थात- धनिष्ठा से रेवती पर्यंत इन पांचों नक्षत्रों की क्रमशः पांच श्रेणियां हैं- ग्रामपंचक, कुलपंचक, रथ्यापंचक, गृहपंचक एवं ग्रामबाह्य पंचक।
तो चलिए बताते हैं पंचक के दौरान कौन से कार्य करने से मनाही होती है-
ज्योतिषी बताते हैं जब पंचक लग जाता है तो उस अवधि में लकड़ी, तेल, ईधन, छप्पर आदि जैसी वस्तुओं को नहीं खरीदना चाहिए।
इस दौरान मकान की मरम्मत भी नहीं करवानी चाहिए ,तो वही जब पंचक लगा हो तो पलंग, खटिया, कुर्सी और सोफा आदि को बनवाने या सुधारने के लिए भी नहीं भेजना चाहिए।
इस दौरान घर में नई नवेली दुल्हन को लाने, घर से बेटी को भूलकर भी विदा नहीं करना चाहिए अर्थात इस दौरान शादी करना अच्छा नहीं माना जाता।
इस दौरान किसी भी तरह के नए कार्य को अंजाम नहीं देना चाहिए ना ही जमीन जायदाद नए पुराने वाहन आदि को खरीदना और बेचना चाहिए।