Edited By Jyoti,Updated: 04 Jul, 2020 06:59 PM
बीते रविवार यानि 28 जून को साल का सबसे खतरनाक माने जाने वाला सूर्य ग्रहण लगा। तो वहीं आन वाले रविवार यानि 05 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण है
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
बीते रविवार यानि 28 जून को साल का सबसे खतरनाक माने जाने वाला सूर्य ग्रहण लगा। तो वहीं आन वाले रविवार यानि 05 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण है, विद्वान बता रहे हैं कि आंशिक चंद्र ग्रहण है, जो दुनिया के कुछ ही देशों में देखा जाएगा। बता दें क्योंकि ये उपछाया चंद्र ग्रहण है, इसलिए इसका कोई सूतक काल नहीं माना जा रहा है, और न ही ये ग्रहण भारत में दिखेगा। बताते चलें कल यानि आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है, जिस कारण इसे आषाढ़ी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन ग्रहण लगने के कारण इस दिन को खास माना जा रहा है। आइए जानते हैं ग्रहण से जुड़ी अन्य बातें-
बताया जा रहा है 05 जुलाई यानि सावन माह के आगाज़ से एक दिन पहले लगने वाला ये उपछाया ग्रहण केवल अमेरिका, अफ्रीका तथा यूरोप में दिखाई देने वाला है। जो सुबह 8.38 से 9.59 तक लगा रहेगा, समाप्ति 11.21 पर होगी। यानि कि कुल 2 घंटे 43 मिनट का यह ग्रहण होगा। ज्योतिषी बताते हैं ये ग्रहण धनु राशि में लगने जा रहा है। इसलिए संभव है इस दौरान इस राशि के लोग अधिक प्रभावित हों। इसलिए इनके लिए काफ़ी हिदायतों का पालन करना ज़रूरी है। साथ ही इनके लिए कुछ खास उपाय भी बताए जा रहे हैं।
यहां जानें ये खास उपाय-
जैसे ही ग्रहण समाप्त हो 108 ॐ महालक्ष्मयै नम: का जप करें। जिन लोगों के पास जप करने के लिए माला न हो वो हाथ पर गिनकर भी उच्चारण कर सकते हैं।
ग्रहण के बाद घर के पूजा स्थल को शुद्ध कर यहां काली गाय के घी का दीपक प्रजवल्लित करें।
अगर घर के पास कोई जलाशय, नदी आदि हो तो उसमें शहद प्रवाहित करते हुए मन में देवी लक्ष्मी का ध्यान करें। इसके अलावा अपनी क्षमता अनुसार किसी गरीब को दान करें।
कहा जाता है इस दौरान घर में खाना नहीं बनाना चाहिए, वरना खाना दूषित हो जाता है।