Edited By Jyoti,Updated: 18 Oct, 2020 02:40 PM
आलोच्च सप्ताह (21 से 27 अक्तूबर तक) के दौरान सिर्फ एक सितारा-शुक्र ही अपना राशि परिवर्तन करता है। शुक्र सिंह राशि पर से निकल कर कन्या राशि पर प्रवेश करता है। शुक्र के राशि परिवर्तन के कारण न तो कोई ग्रह योग टूटता है और न ही नया बनता है।
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आलोच्च सप्ताह (21 से 27 अक्तूबर तक) के दौरान सिर्फ एक सितारा-शुक्र ही अपना राशि परिवर्तन करता है। शुक्र सिंह राशि पर से निकल कर कन्या राशि पर प्रवेश करता है। शुक्र के राशि परिवर्तन के कारण न तो कोई ग्रह योग टूटता है और न ही नया बनता है। इसके अतिरिक्त सूर्य तथा बुध भी नक्षत्र पर अपनी स्थिति बदलते हैं।
पिछले सप्ताह के आखिरी दिन जो बुध पश्चिम में अस्त हुआ था, उसका भी थोड़ा-बहुत असर आलोच्च सप्ताह के बाजार में दिखाई देगा। इस तरह ग्रहों की सामूहिक स्थिति पर विचार करने से मालूम देता है कि बाजार में बेशक किसी रुख परिवर्तन की कोई ज्यादा आशा नजर नहीं आती, तो भी उठा-पटक की संभावनाओं को रद्द नहीं किया जा सकता इसलिए सोच-समझ के साथ ही काम करना चाहिए।
यूं तो बाजार में तेजी रुख बने रहने की आशा है, तो भी नोट करें कि यदि 23 अक्तूबर को भी बाजार तेज रहे तो फिर तेजी पक्की समझनी ठीक रहेगी। इस सप्ताह में 21, 23, 27 अक्तूबर खास दिन नजर आते हैं। 23 अक्तूबर को किसी समय बाजार जंप कर सकता है। तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि में 21 अक्तूबर को नर्मी रुख, फिर 23 अक्तूबर को तेजी का झटका आने पर आगे तेजी समझें। काटन, पटसन, रुई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यारन इत्यादि में शुरू सप्ताह में नर्मी तथा घटाबढ़ी, ख्याल है कि 23 अक्तूबर से बाजार में मजबूती शुरू हो सकती है।
शेयर मार्कीट में 21 अक्तूबर को एकतरफा झटका आने तथा 23 अक्तूबर को रेटों के जंप करने की आशा है। सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं, कापर इत्यादि में 21 अक्तूबर को रेट कमजोर रह सकते हैं। 22 को घटाबढ़ी होगी, 23 अक्तूबर को एक तरफा झटका आने की आशा। नोट करें कि इस दिन जो रुख भी बन गया, वह आगे चलता जाएगा। फिर 27 अक्तूबर बाद दोपहर 2.30 बजे के बाद भी जोरदार उठापटक होगी।
गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में 21 अक्तूबर को रेट टूट सकते हैं, फिर 23 अक्तूबर के बाजार रुख पर नजर रखनी ठीक रहेगी। गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों, दालों इत्यादि में 23 अक्तूबर से तेजी चलने की आशा-वैसे 21 अक्तूबर के लिए किसी अच्छे समय पर लगा मंदा फल सकता है। 26-27 तारीखें घटाबढ़ी वाली होंगी। हाजिर मार्कीट में मोटे तौर पर 22 अक्तूबर के बाद ग्राहकी तथा माल की मांग नजर आएगी इसलिए बिकवालों को संभल-संभाल कर काम करना ठीक रहेगा।