Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Apr, 2020 06:01 AM
प्रमादी नामक नव सम्वत् 2077 का राजा बुध, सम्वत् का वासा वैश्य के घर में तथा संवत का वाहन गीदड़ होने के कारण दुनिया में आने वाले समय में युद्ध एवं महामारी, प्राकृतिक प्रकोप के बादल मंडराएंगे, घमासान मचेगा
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प्रमादी नामक नव सम्वत् 2077 का राजा बुध, सम्वत् का वासा वैश्य के घर में तथा संवत का वाहन गीदड़ होने के कारण दुनिया में आने वाले समय में युद्ध एवं महामारी, प्राकृतिक प्रकोप के बादल मंडराएंगे, घमासान मचेगा, प्रजा में महामारी एवं आर्थिक परेशानी, काला बाजारी एवं बेरोजगारी बढऩे के प्रबल योग हैं। सेनापति सूर्य होने के कारण अधिकांश देश प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से संहारक परमाणु शस्त्रों के निर्माण में प्रवृत्त होंगे।
भारत वर्ष की कुंडली : भारत वर्ष की कुंडली में वृष लग्न से तीसरे घर पुरुषार्थ भाव में पांच ग्रह हैं- सूर्य, चंद्र, बुध, शुक्र, शनि बलवान होकर पराक्रम को बढ़ा रहे हैं इसलिए भारत का पुरुषार्थ सदैव जाग्रत रहेगा, कभी हार नहीं मानेगा और सदैव उन्नति पर रहेगा।
इसके अतिरिक्त रोग एवं शत्रु (दुश्मन छठा घर) स्थान पर देवगुरु बृहस्पति बैठे हैं। इसलिए संसार में भारत का मान और गौरव बढ़ेगा। संकट एवं चुनौतियों को हरा कर आगे बढ़ेगा और संसार भारत की शक्ति का लोहा मानता रहेगा परंतु लग्न में राहु तथा सप्तम में केतु बैठने से जनता कुछ कष्टदायक स्थिति से गुजरेगी।
कोरोना : 16 मई, 2020 के बाद भारत में कोरोना से राहत मिलेगी परंतु दुनिया में कोरोना अपना कोहराम 7.8.2020 तक मचाएगा।
उपाय: अभी कुछ दिन और बैठें घर, कोरोना का भगाएं डर।
घर के ईशानकोण में तुलसी का पौधा लगाएं। धूप, दीप करके प्रतिदिन 108 बार मंत्र पढ़ें : श्री कृष्ण, श्री राम ॐ नमो नारायणाय।
तिल एवं सरसों का तेल नाक पर लगाएं।
काली मिर्च, सौंठ, तुलसी, लहसुन, दालचीनी का प्रयोग शहद, दूध या चाय के साथ करें।
मिथुन, धनु, मकर, कुंभ राशि वाले जातक विशेष सावधान रहें।