Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Aug, 2017 06:49 AM
अगस्त का महीना प्रेमियों के लिए सितम का महीना साबित होने जा रहा है। अलगाव के कारक गृह राहू की बदली चाल इस महीने की 18 तारीख से अपनी चाल बदलेगी और साथ ही शुरू होगा प्रेमियों में
अगस्त का महीना प्रेमियों के लिए सितम का महीना साबित होने जा रहा है। अलगाव के कारक गृह राहू की बदली चाल इस महीने की 18 तारीख से अपनी चाल बदलेगी और साथ ही शुरू होगा प्रेमियों में ब्रेकअप का सिलसिला। ज्योतिष की मानें तो इसका सबसे ज्यादा असर कर्क और मकर राशियों पर पड़ेगा। राहू 18 अगस्त को सिंह राशि से निकल कर कर्क राशि से गोचर करना शुरू करेगा जबकि केतु कुंभ राशि से निकल कर मकर राशि में चला जाएगा। यह दोनों गृह अगले 18 माह तक इन्हीं राशियों में रहेंगे और जब तक यह दोनों गृह इन राशियों में रहेंगे, यह दोनों राशियों के जातकों के संबधों को खराब करते रहेंगे।
मीन और कन्या लग्न सबसे ज्यादा प्रभावित
यदि आपकी जन्म कुंडली में मीन अथवा कन्या लग्न उदित हो रहा है तो अफेयर के लिहाज से आप पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। मीन लग्न में राहू पांचवें भाव में आ जाएगा जबकि कन्या लग्न में केतु पांचवे भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में पांचवें भाव को प्रेम संबंधों के तौर पर देखा जाता है। इस घर में राहू या केतु की उपस्थिति संबंधों को खराब करने का काम करेगी। लिहाजा इस लग्न के जातक अपने प्रेम संबंधों को लेकर थोड़ा सतर्क रहें और रिश्तों में टकराव की स्थिति से बचें तो उनके लिए बेहतर होगा।
मेष और तुला लग्न के जातकों को राहत भी
हालांकि राहू के राशि परिवर्तन से मीन और कन्या लग्न के जातकों के प्रेम संबंधों में खटास आएगी लेकिन पहले से इस गृह के कारण पीड़ित चल रहे तुला और मेष लग्न के जातकों को राहत भी मिलेगी। इस लग्न के जातकों के लिए प्रेम के नए रास्ते खुल सकते हैं या उनका पुराना प्रेम प्रसंग फिर से जीवित हो सकता है क्योंकि तुला लग्न में पांचवें घर से इस समय केतु का गोचर है और इसी तरह मेष लग्न के जातकों के पांचवें भाव में राहू गोचर कर रहा है। इन दोनों घरों से राहू केतु का प्रभाव हटने के कारण इन जातकों के प्रेम सबंध परवान चढ़ेंगे।