Kundli Tv- रक्षा बंधन पर नहीं है भद्रा का साया, इस शुभ मुहूर्त में बांधे राखी

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Aug, 2018 02:03 PM

rakhi in this auspicious time

हिन्दू धर्म में प्रत्येक पूजा कार्य में हाथ में कलावा यानी धागा बांधने का विधान है। धागा व्यक्ति के उपनयन संस्कार से लेकर उसके अंतिम संस्कार तक सभी संस्कारों में बांधा जाता है।

ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें VIDEO)
हिन्दू धर्म में प्रत्येक पूजा कार्य में हाथ में कलावा यानी धागा बांधने का विधान है। धागा व्यक्ति के उपनयन संस्कार से लेकर उसके अंतिम संस्कार तक सभी संस्कारों में बांधा जाता है। राखी का धागा भावनात्मक एकता का प्रतीक है। स्नेह विश्वास की डोर है। धागे से होने वाले संस्कारों में उपनयन संस्कार, विवाह और रक्षाबंधन प्रमुख हैं। 
PunjabKesari
पुरातन काल से वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधने की परंपरा है। बरगद के वृक्ष को स्त्रियां धागा लपेटकर रोली, अक्षत, चंदन और धूप दिखाकर पति के दीर्घायु होने की कामना करती हैं। आंवले के पेड़ पर धागा लपेटने के पीछे मान्यता है कि इससे परिवार धन-धान्य से परिपूर्ण होगा। 
PunjabKesari
सावन माह की पूर्णिमा को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार मनाए जाने का विधान है। रविवार, 26 अगस्त को ये पर्व मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के अनुसार कोई भी शुभ काम करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष विद्वानों का कहना है की इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा। भाई की खुशहाली के लिए इस मंगल मुहूर्त में बहनें बांधे राखी-

राखी बांधने का प्रातः कालीन मुहूर्त: प्रातः 08:50 से प्रातः 09:50 तक। 
PunjabKesari
राखी बांधने का अपराह्न मुहूर्त: दिन 12:40 से दिन 13:40 तक। 

राखी बांधने का संध्याकालीन मुहूर्त: शाम 16:05 से शाम 17:05 तक।
क्या आपके घर में भी है इस कलर की WASHING MACHINE (देखें VIDEO)

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!