Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Apr, 2021 07:31 AM
पंचांग के अनुसार राम नवमी का पर्व 21 अप्रैल 2021 को मनाया जाएगा। इस दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। मान्यता है कि भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि
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Ram Navami 2021: पंचांग के अनुसार राम नवमी का पर्व 21 अप्रैल 2021 को मनाया जाएगा। इस दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। मान्यता है कि भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था इसीलिए इस तिथि को राम नवमी कहा जाता है। इस रोज़ घर-घर भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। ऐसी मान्यता भी है कि गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपने अमर काव्य रामचरितमानस की रचना भी इसी दिन अयोध्या में आरम्भ की थी।
Ram Navami in India in 2021: रामनवमी पर पांच ग्रहों का बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। जो इस पर्व की शुभता में कई गुना वृद्धि करेगा और मानव जीवन को अधिक सुखमय बनाएगा। शास्त्रों के अनुसार भगवान राम की राशि कर्क हैं। इस बार रामनवमी के दिन चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा। इसलिए जो बच्चे रामनवमी के दिन जन्मेंगे, उनकी कर्क राशि होगी। कर्क राशि में चंद्रमा के स्वगृही रहने से यह पर्व अधिक मंगलकारी रहेगा।
Ram Navami 2021 Date Shubh Muhurat Puja: 21 अप्रैल को नवमी शाम 7 बजे तक रहेगी। अश्लेषा नक्षत्र रात 3.15 बजे तक और राम जन्म के समय सूल योग रहेगा। भगवान राम का जन्म राम नवमी तिथि को दोपहर 12 बजे के बाद कर्क राशि में हुआ था। इस बार यह संयोग सुबह 11.05 से दोपहर एक बजे के बीच रहेगा। साथ ही लग्न में स्वग्रही चंद्रमा, सप्तम भाव में स्वग्रही शनि और दशम भाव में सूर्य, बुध और शुक्र एक साथ रहेंगे। शनि ग्रह गोचर की स्थिति के मुताबिक चंद्रमा इस दिन कर्क राशि में, शनि अपनी ही मकर राशि में, देव गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में, सूर्य अपनी उच्च मेष राशि में, बुध व शुक्र भी सूर्य के साथ मेष राशि में और मंगल मिथुन राशि में गोचर कर रहे होंगे। सूर्य व बुध के एक साथ होने से बहुत ही शुभ बुधादित्य योग होगा।
गुरमीत बेदी
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