Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Apr, 2022 08:14 AM
रमजान की फजीलतें
जरूरतमंदों की मदद करें: खुद को खुदा की राह में समर्पित कर देने का प्रतीक माह-ए- रमजान न सिर्फ रहमतों और बरकतों की बारिश का महीना है। बल्कि समूची
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Ramadan 2022: इंसानियत का संदेश देता है माह-ए-रमजान
रमजान की फजीलतें
जरूरतमंदों की मदद करें: खुद को खुदा की राह में समर्पित कर देने का प्रतीक माह-ए- रमजान न सिर्फ रहमतों और बरकतों की बारिश का महीना है। बल्कि समूची मानव जाति को प्रेम भाई चारे और इंसानियत का संदेश भी देता है। इस पाक महीने में अल्लाह ताला अपने बंदों पर रहमतों का खजाना लुटाते हैं। रमजान में हर नेक कामों का फल 70 गुणा मिलता है। हमारी परम्पराएं दुआओं और प्रार्थनाओं का संगम है। सदियों से भारत एक ऐसा फूलों का गुलदस्ता रहा है, जिसमें भिन्न-भिन्न रंग के फूल इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाते आए हैं। इस गुलदस्ते के फूल हर तीज-त्योहारों में बराबर खुश्बू बिखेरते हैं, यही विरासत हमारे पूर्वजों ने हममें हस्तांतरित की अब हमारी बारी है। सभ्यता और संस्कृति की अपनी प्राचीन विरासत को सहेजने की।
-सैय्यद सुफियान अहमद
ये है आज का माह-ए-रमजान का समय
इफ्तार
6:54
सेहरी
4:20
भाईचारे का संदेश देता है रमजान: रमजान गिले-शिकवे, लड़ाई-झगड़े से दूर रहकर समाज में एकता और भाईचारा कायम करने का संदेश देता है। रमजान का महीना गरीबों की मदद करने, उनके खाने-कपड़े के इंतेजाम की हिदायत देता है। हर भारतीय की प्राथमिकता अपने देश के प्रति इस महामारी से निकलने में अपने दायित्वों का निर्वाहन करने की है, जब देश खुशहाल होगा तभी रब राजी होगा और जब रब राजी होगा तभी मगफिरत का रास्ता साफ होगा। रमजान दोस्ती का महीना है, यह सबके लिए दुआ और हिफाजत का पैगाम है। रमजान में रोजा अल्लाह की राह पर बंदों का समर्पण है, जिसमें सारा दिन भूख-प्यास के साथ शारीरिक एवं मानसिक इच्छाओं पर नियंत्रण है, ताकि बुरा बोलने, सुनने और देखने से बचा जा सके। यह विचारो पर संयम रखने की ताकीद देता है। रमजान आत्मा की पवित्रता पर जोर देता है।
-सैय्यद अब्दुल