Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 May, 2022 09:06 AM
रमजान के महीने में हमें बुरा करने व बुरा सोचने से भी बचना चाहिए ये है आज का माह-ए-रमजान का समय
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Ramadan 2022: रमजान के महीने में हमें बुरा करने व बुरा सोचने से भी बचना चाहिए
ये है आज का माह-ए-रमजान का समय
इफ्तार
6:56
सेहरी
4:16
रमजान की फजीलतें
रमजान सिखाता है हमें जिंदगी जीने का असल तरीका : रमजान के इस पाक महीने में हम सिर्फ रोजे रखना और नमाज पढऩे का अमल ही नहीं करते बल्कि हम जिंदगी जीने का असल तरीका सीखते हैं। गरीब-मजलूमों की जकात- फितरे से मदद, सभी को इफ्तारी के साथ खाना खिलाना उनकी मजबूरियों, भूख को महसूस करना, इसमें हमें बुरे कामों से बचना, दूसरो की बुराई करने से बचना, आपसी कहासुनी, लड़ाई -रंजिश को माफ कर भाईचारा कायम करना इत्यादि भी रमजान में असल जिंदगी में शामिल करते हैं। जिससे जिंदगी असल कंट्रोल में रहती है। रमजान के महीने में हमें बुरा करने व बुरा सोचने से भी बचना चाहिए। - असलम मंसूर
अमन व शाति की दुआ मांगनी चाहिए: इस महीने में गरीबों व बेसहारा की हर मुसलमान को मदद करनी चाहिए। इस माह में लोग अल्लाह ताला की इबादत कर अपने पापों को दूर कर जन्नत नसीब कर सकते हैं। रमजान में रोजेदारों को गर्मी के कारण थोड़ी दिक्कत आती है, लेकिन रोजा रखने के बाद एक बेहतर अनुभव होता है। रमजान सिखाता है कि लोगों से मोहब्बत करें। एक दूसरे के सुख-दुख में शरीक हों और किसी से झगड़ा व गलत बात न करें। रमजान के पाक महीने में हमें क्षेत्र में अमन व शाति की दुआ मांगनी चाहिए। देश में अमन-शांति होगी, तभी हम और हमारा मुल्क उन्नत करेगा। रमजान का महीना हम सभी को एक दूसरे से प्रेम के साथ रहने की सीख भी देता है। -बादल हुसैन