Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 May, 2019 09:19 AM
आज 1 मई बुधवार, 2019 को वैशाख कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। जो 1 से लेकर 2 मध्य रात लगभग 2.05 तक रहेगी तत्पश्चात त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। चंद्र मीन राशि में रहेंगे व पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का योग रहेगा।
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आज 1 मई बुधवार, 2019 को वैशाख कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। जो 1 से लेकर 2 मध्य रात लगभग 2.05 तक रहेगी तत्पश्चात त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। चंद्र मीन राशि में रहेंगे व पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का योग रहेगा। आज देवी सुगंधा का विशेष पूजन किया जाएगा। शास्त्रों में बुधवार को देवी का वार माना गया है। इसी कारण आज का दिन देवी सुगंधा को समर्पित है। सुगंधा का अर्थ है सुंदर व सौम्य महक। पंडित कमल नंदलाल से अपना आज का राशिफल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
पौराणिक कथानुसार प्रजापति दक्ष ने कनखल क्षेत्र में बृहस्पति सर्व नामक यज्ञ किया था। उस यज्ञ में सभी देवी-देवताओं को आमंत्रित किया, लेकिन अपनी पुत्री सती व जमादा महादेव को नहीं बुलाया था। सती अपने पिता के न बुलाए जाने पर भी यज्ञ में भाग लेने गईं। यज्ञ-स्थल पर दक्ष ने उग्र होकर सती को महादेव के बारे में अपशब्द कहे। आहत सती ने यज्ञ कुंड में कूदकर प्राणाहुति दे दी। महादेव ने दक्ष की यज्ञशाला को विध्वन्स किया व सती के पार्थिव शरीर को कंधे पर उठाकर घूमने लगे। महादेव के दुखी होकर घूमने स प्रकृति का संतुलन बिगड़ गया जिससे प्रलय की स्थिति बन गई, इस पर श्रीहरी ने सुदर्शन चक्र से सती के देह के 108 टुकड़े किए जो विभिन्न स्थानों पर गिरकर शक्तिपीठ कहलाए। इन्हीं मे से एक है सुगंधा शक्तिपीठ। सुगंधा नदी के तट पर देवी सती की नाक गिरी थी। यहां देवी सुगंधा एकजटा के रूप में विद्यमान हैं। यहां के भैरव त्र्यंबक हैं। ज्योतिषशास्त्र अनुसार नाक का संबंध बुध से होता है, बुध व्यक्ति के मान प्रतिष्ठा, बौद्धिकता, बुद्धि, प्रतिरोधक शक्ति, शत्रु दमन और प्रसिद्धि को दर्शाता है। देवी सुगंधा के विशेष पूजन व उपाय से व्यक्ति की मान प्रतिष्ठा बढ़ती है, शत्रुता मिटती है व इम्युनिटी में बढ़ोत्तरी होती है।
भाग्यांक- 9
शुभ रंग- नारंगी
शुभ दिशा- दक्षिण
राहुकाल- 12:18 पी.एम से 01:57 पी.एम
विजय मुहूर्त- 02:30 पी.एम से 03:22 पी.एम
वैधृति योग- 05:45 ए.एम. से 05:32 ए.एम.
बर्थ डे का खास उपाय: किसी देवी मंदिर में गोलोचन चढ़ाएं।
आज का ख़ास उपाय: किसी देवी मंदिर में पताका लगाएं।
मैरिज एनिवर्सरी का खास उपाय: किसी देवी मंदिर में दंपति हरी चुनरी चढ़ाएं।