Kundli Tv- यहां गिरी थी देवी सती की कमर, बना शक्तिपीठ धाम !

Edited By Jyoti,Updated: 14 Dec, 2018 04:17 PM

religious place of belha devi temple

दुनिया के हर कोने में मंदिर, तीर्थस्थल आदि पाए जाते हैं। इन मंदिरों का अपने आप में प्रसिद्ध हासिल है। आज हम बात करेंगे ऐसे ही मंदिर के बारे में जो बहुत प्रसिद्ध है।

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
दुनिया के हर कोने में मंदिर, तीर्थस्थल आदि पाए जाते हैं। इन मंदिरों का अपने आप में प्रसिद्ध हासिल है। आज हम बात करेंगे ऐसे ही मंदिर के बारे में जो बहुत प्रसिद्ध है। वैसे तो देश में देवी मां के अनेकों मंदिर है, जिनकी अपनी अलग विशेषता है। लेकिन इनमें ज्यादा महानता इनके शक्तिपीठों की है। बता दें कि शक्तिपीठ उन मंदिरों को कहा जाता है, जहां देवी पार्वती के शरीर के अंग गिरे थे। तो आज हम आपको ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे देवी के शक्तिपीठों में से एक माना गया है।
PunjabKesari
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में अपनी अद्भुत विशेषता और चमत्कारों को लेकर बेल्हा देवी मंदिर जोकि यहां के लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। आपको बता दें कि इस मंदिर का नाम बेल्हा इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि यहां देवी मां की कमर (बेला) गिरी थी। लोक मान्यता के अनुसार जो भी भक्त देवी मां से अपनी मनोकामनाओं लेकर आते हैं, मां बेल्हा देवी उन्हें ज़रूर ही पूरी करती हैं। यहां रोज़ाना मां का श्रृंगार किया जाता लेकिन नवरात्रों में मां के अलग-अलग स्वरूपों का श्रृंगार इतना खूबसूरत तरीके से किया जाता। हर मंदिर की तरह यहां भी रात में और सुबह आरती की जाती है। बेल्हा देवी मंदिर में बच्चों का मुंडन, कर्ण छेदन आदि संस्कार और अन्य सभी तरह के मांगलिक कार्य संपन्न किए जाते हैं।
PunjabKesari
बेल्हा मंदिर को लेकर लोगों का मानना है कि यहां श्री राम ने अपने वनवास के दौरान त्रेता युग में वनगमन मार्ग के किनारे सई नदी को पार किया था और यहीं पूजन कर अपने संकल्प को पूरा करने के लिए ऊर्जा ली थी। एक अन्य मान्यता के अनुसार चित्रकूट से अयोध्या लौटते समय श्रीराम के भाई भरत ने यहां पूजन किया था। जिसके बाद ही मंदिर लोगों के अस्तित्व में आया और इसके प्रति लोगों की आस्था बढ़ गई।
PunjabKesari
इन सबके अलावा मंदिर का इतिहास ये भी कहता है कि यहां के चाहमान वंश के राजा पृथ्वी राज चौहान की एक बेटी बेला थी जिसका विवाह इसी क्षेत्र के ब्रह्मा नामक एक युवक से हुआ था। परंतु बेला के विदाई के ही दिन उसके पति की मृत्य हो गई। बेला इस गम को बर्दाश नहीं कर पाई और उसने नदी में कर खुद को सती कर लिया। इसीलिए इस जगह को सती स्थल के नाम से भी जाना जाता है।
आपके हकलाने पर भी बनता है मज़ाक तो करें ये 1 टोटका(video)

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!