Kundli Tv-अयोध्या: दिन के अनुसार पहनाएं जाते हैं रामलला को कपड़े

Edited By Jyoti,Updated: 28 Nov, 2018 02:09 PM

religious place of lord rama

इतना तो सभी जानते हैं कि पिछले 26 साल से अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण को लेकर बहुत तरह की बातें सामने आ रही हैं।

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इतना तो सभी जानते हैं कि पिछले 26 साल से अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण को लेकर बहुत तरह की बातें सामने आ रही हैं। लेकिन दोस्तोें आज हम आपको अयोध्या के राम मंदिर से ही जुड़ी कुछ एेसी रोचक बात बताने जो रहे हैं, जिसके बार में शायद आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे। हममें से बहुत लोग ये तो जानते ही होंगे कि पिछले 26 साल से रामलला भले ही टेंट के बने एक मंदिर में हैं, जहां पूजा के लिए बहुत कानूनी पाबंदियां लगाई गई हैं। परंतु श्रीराम के भक्त इन पाबंदियों की परवाह न करते हुए अपने प्रभु की एक झलक पाने के लिए दूर-दूर से अयोध्या आते रहते हैं। 
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बता दें कि तय वक्त के अलावा किसी को भी राम लला के दर्शन करने की इज़ाज़त नहीं है। हर मंदिर में प्रभु की आरती आदि होना तो बहुत आम बात है। परंतु क्या आप जानते हैं कि यहां एक टेंट के बने में मंदिर में भी भगवान श्रीराम की उतनी ही विधि-विधान के अनुसार पूजा-अर्चना की जाती है, जितनी की किसी ईंट-पत्थर के बने मंदिर में होती है। अयोध्या में टेंट के इस मंदिर में रामलला का रोज़ाना स्नान, श्रंगार किया जाता है। इसके साथ ही इन्हें नए वस्त्र पहनाए जाते हैं और बाद में राम लला की आरती की जाती है। इसके बाद ही श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर पाते हैं। 
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इसके अलावा आपको एक और बहुत ही रोचक बात बताते हैं कि यहां रामलला को रोज़ाना एक बच्चे की तरह कपड़े बदले जाते हैं। रोज़ उन्हें अलग-अलग रंग के कपड़े पहनाएं जाते हैं। जिसका यहां के पुजारियों के अनुसार एक खास मतलब है। कहा जाता है कि बच्चों की तरह राम लला भी अलग-अलग रंगों के कपड़ों के बड़े शौक़ीन हैं। जिसमें से चटक रंग उन्हें खूब भाता है। आपको बता दें कि खास बात ये है कि रामलला को रोज़ नए वस्त्र पहनाए जाते हैं। यानि एक दिन पहनाए गए वस्त्रों को कभी दोबारा नहीं पहनाया जाता। 
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इसके पीछे की क्या वजह है ये किसी को नहीं पता होगी। अयोध्या के रामलला के मंदिर के एक पुजारी प्रदीप दास से जब इस बारें में बातचीत की तो उन्होंने बताया कि राम लला को सोमवार के दिन सफ़ेद रंग धारण किया जाता है, मंगलवार के दिन भगवान को लाल वस्त्र पहनाया जाता है, बुधवार के दिन हरे रंग की ड्रेस, गुरुवार के दिन पीले वस्त्र होते हैं जो राम जन्मोत्सव में विशेष तौर पर भगवान को धारण किए जाते हैं, जो शुभ माना जाता है, शुक्रवार के दिन क्रीम कलर होता है, शनिवार को नीले, रविवार के दिन गुलाबी रंग का वस्त्र धारण किया जाता है। 

खास दिन पहनाएं जाते हैं अलग रंग के कपड़े
राम जन्मोत्सव, रामनवमी और दिवाली जैसे त्यौहारों के मौके पर रामलला को पीले कपड़े ही धारण कराए जाते हैं। इसके साथ ही कपड़ों के साथ ही रामलला को उसी रंग का दुपट्टा भी ज़रूर पहनाया जाता है।
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बिस्तर और पर्दा भी होता है उसी रंग का
मान्यता है कि जिस दिन जिस रंग के कपड़े रामलला धारण करते हैं। उसी रंग का उनका बिस्तर और पर्दा भी होता है। करीब 11 मीटर कपड़े से रामलाल के लिए एक दिन के वस्त्र तैयार होते हैं। गर्मियों में सूत के जबकि जाड़े में मख़मल के कपड़ों से भगवान के ड्रेस तैयार किए जाते हैं।
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