Edited By Lata,Updated: 04 Nov, 2019 01:36 PM
इस बात से तो सब वाकिफ़ ही होंगे कि भगवान विष्णु चार माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं और
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
इस बात से तो सब वाकिफ़ ही होंगे कि भगवान विष्णु चार माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं और कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि जिसे देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है उसी दिन जागते हैं। इस साल देवउत्थानी एकादशी 8 नवंबर दिन शुक्रवार को मनाई जा रही है। लेकिन क्या इसके पीछे की वजह कोई जानता है कि आखिर क्यों भगवान सो जाते हैं? चलिए आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह-
एक बार भगवान विष्णु से उनकी प्रिया लक्ष्मी जी ने आग्रह भाव में कहा-हे प्रभु! आप दिन-रात जागते हैं लेकिन जब आप सोते हैं तो फिर कई वर्षों के लिए सो जाते हैं। ऐसे में समस्त प्रकृति का संतुलन बिगड़ जाता है। इसलिए आप नियम से ही विश्राम किया कीजिए। आपके ऐसा करने से मुझे भी कुछ समय आराम मिलेगा। लक्ष्मी जी की बात सुनकर नारायण मुस्कुराए और बोले-'देवी'! तुमने उचित कहा है। मेरे जागने से सभी देवों और खासकर तुम्हें मेरी सेवा में रहने के कारण विश्राम नहीं मिलता है। इसलिए आज से मैं हर वर्ष चार मास वर्षा ऋतु में शयन किया करूंगा। मेरी यह निद्रा अल्पनिद्रा और योगनिद्रा कहलाएगी। जो मेरे भक्तों के लिए परम मंगलकारी रहेगी। इस दौरान जो भी भक्त मेरे शयन की भावना कर मेरी सेवा करेंगे, मैं उनके घर तुम्हारे साथ सदैव निवास करूंगा।