खूबसूरत रिश्ता बनाने के लिए सावन-भादों में करें ये Investment

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Aug, 2019 12:43 PM

savan bhadon mehandi

सावन के महीने में देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रुप में प्राप्त किया था। इसी महीने से उनके खुशहाल रिश्ते का आरंभ हुआ था। भादों का महीना श्रीकृष्ण को समर्पित है। कुंवारी और सुहागिन महिलाएं अपने पार्टनर के साथ

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सावन के महीने में देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रुप में प्राप्त किया था। इसी महीने से उनके खुशहाल रिश्ते का आरंभ हुआ था। भादों का महीना श्रीकृष्ण को समर्पित है। कुंवारी और सुहागिन महिलाएं अपने पार्टनर के साथ खूबसूरत रिश्ता बनाना चाहती हैं तोे सावन-भादों में करें ये इंवेस्टमेंट। इस महीने में साज और श्रृंगार का बहुत महत्व है विशेषकर मेंहदी का। इसके अभाव में महिलाओं का श्रृंगार अधूरा माना जाता है।  

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कहते हैं कि मेहंदी जिस महिला के हाथ में जितनी ज्यादा रचती है, उसे अपने पति का उतना ज्यादा ही प्यार मिलता है और पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है। यही कारण है कि करवा चौथ एवं तीज जैसे त्यौहारों और शादी ब्याह में मेहंदी लगाना बेहद जरूरी होता है, यही नहीं मेहंदी फैशन के लिए भी लगाई जाती है। सावन भादों का महीना शुरू होते ही मन में मेहंदी लगाने का ख्याल आता है, यूं भी सावन और भादों मेहंदी के बिना अधूरे हैं। सावन में मेहंदी लगाने को शुभ माना जाता है, इसलिए इस महीने महिलाएं मेहंदी जरूर लगाती हैं। सावन में मेहंदी लगाना एक परंपरा है और मेहंदी का अपना महत्व है, क्योंकि यह बरसात में होने वाली बीमारियों से भी दूर रखती है।  

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शरीर को ठंडा रखती है
ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में तेज बारिश होती है, जिस कारण कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में इन बीमारियों से बचने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल किया जाता है। मेहंदी का इस्तेमाल शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि हरा रंग कई रोगों की रोक-थाम में कारगर होता है। मेहंदी की खुशबू शरीर को ठंडक देकर स्ट्रैस को कम करने का काम करती है। यही कारण है कि सावन में मेहंदी लगाने का चलन चला आ रहा है। 

दर्द से राहत देती है
ऐसा माना जाता है कि मेहंदी की तासीर ठंडी होती है और इस कारण इसे लगाने से शरीर को ठंडक मिलती है। शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए मेहंदी को पैरों के तलवों में भी लगाया जाता है। मेहंदी न केवल हाथों की खूबसूरती को बढ़ाती है बल्कि तनाव और सिरदर्द की समस्या को भी दूर करती है। साथ ही स्किन संबंधी बीमारी होने पर भी मेहंदी लगाने की सलाह दी जाती है।

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रखें ध्यान
कई बार मेहंदी सही नहीं होने पर यह हमारे हाथों को नुक्सान भी पहुंचा सकती है। वैसे भी आजकल मार्कीट में कुछ ऐसी मेहंदी आने लगी है, जिससे आपको नुक्सान भी हो सकता है, अत: हाथों में मेहंदी लगवाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें।

हाथों में मेहंदी लगाने से पहले हमेशा पैच टैस्ट जरूर करवाएं, इसके लिए थोड़ी सी मेहंदी को हथेली के किसी हिस्से में लगाएं और थोड़ी देर रहने दें, देखें कि कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। यदि कोई समस्या हो रही है तो मेहंदी बिल्कुल न लगाएं। 

यदि मेहंदी लगाने के बाद आपकी स्किन पर जलन, खुजली या लालिमा दिख रही है तो मेहंदी को तुरंत धो लें और एंटी एलर्जी दवा लगाएं। यदि समस्या ठीक न हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। 

यदि मेहंदी लगाने से स्किन में प्रॉब्लम हो रही है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। घर पर इसका इलाज न करें, वैसे साइड इफैक्ट्स से बचने के लिए हर्बल या घर पर बनी मेहंदी का ही इस्तेमाल करें। 
 

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