Edited By Jyoti,Updated: 05 Aug, 2021 02:40 PM
श्रावण मास में शिव जी की पूजा की जाती हैै। कहा जाता है ये मास शिव जी को अति प्रिय है। यही कारण है इस मास में शिव भक्त पूरे जोरों शोरों से भगवान शंकर को प्रसन्न करने में जुटे रहते हैं। क्योंकि कहा जाता
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श्रावण मास में शिव जी की पूजा की जाती हैै। कहा जाता है ये मास शिव जी को अति प्रिय है। यही कारण है इस मास में शिव भक्त पूरे जोरों शोरों से भगवान शंकर को प्रसन्न करने में जुटे रहते हैं। क्योंकि कहा जाता है कि इस मास में शिव जी अपने भक्तों के जरा से प्रयासों से प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले 10 द्नव्य, 10 सरल अभिषेक न कुछ मंत्रों के बारे में जिनके जाप से आपको शिव जी की अपार कृपा प्राप्त होती है।
1. गंगाजल या शुद्ध जल- सौभाग्य वृद्धि।
2. दुग्ध गाय का- गृह शांति तथा लक्ष्मी प्राप्ति।
3. सुगंधित तेल- भोग प्राप्ति।
4. सरसों का तेल- शत्रु नाश।
5. मीठा जल या दुग्ध- बुद्धि प्राप्ति।
6. घी- वंश वृद्धि।
7. पंचामृत- मनोवांछित प्राप्ति के लिए।
8. गन्ने का रस या फलों का रस- लक्ष्मी तथा ऐश्वर्य प्राप्ति।
9. छाछ- ज्वर से छुटकारा।
10. शहद- ऐश्वर्य प्राप्ति।
यूं तो श्रावण माह में भगवान शिव जी की आराधना का विशेष महत्व है, यही मान्यता है। परंतु श्रावण माह में नंदलाल भगवान श्रीकृष्ण की आराधना भी अत्यधिक फल देती है इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। जो व्यक्ति श्रावण माह में निम्न मंत्र की श्रावण शुक्ल पक्ष अष्टमी से श्रावण की पूर्णिमा तक 1 माला रोज करते हैं, तो मंत्र सिद्ध हो जाता है, साथ ही भगवान की अनन्य कृपा भी प्राप्त होती है।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ देवकीनन्दनाय नम:
ॐ परमात्मने नम:
इसके अलावा भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए करें इन मंत्रों का जप-
ॐ शिवाय नम:
ॐ महाकालाय नम:
ॐ अंगारेश्वराय नम:
गायत्री मंत्र का भी श्रावण मास में मंत्र जप करना चाहिए। महामृत्युंजय जाप करने से शारीरिक, मानसिक व तांत्रिक परेशानी तथा हर प्रकार की पारिवारिक समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।