Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Jul, 2019 07:24 AM
आज 29 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार पड़ रहा है। जो अनूठा संयोग बना रहा है क्योंकि आज प्रदोष व्रत भी है। इस रोज़ शिवाभिषेक करने से हर तरह के मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है,
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आज 29 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार पड़ रहा है। जो अनूठा संयोग बना रहा है क्योंकि आज प्रदोष व्रत भी है। इस रोज़ शिवाभिषेक करने से हर तरह के मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है, घर में चल रहे वाद-विवाद और पति-पत्नी में चल रहा तनाव खत्म होता है और हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम्स का जड़ से सफाया होता है। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को शिवलिंग पर सफेद तिल चढ़ा कर पूजा करनी चाहिए व जल, दूध, बिल्वपत्र, ताण्डुल, चीनी, पुष्प, शक्कर, शहद, गंगाजल, गन्ने का रस, आदि से ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। पूजन करने के पश्चात शिव चालीसा व आरती भी करें।
श्रावण मास जप-तप, दान-धर्म, पुण्य के लिए वर्ष में सबसे उत्तम होता है। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को जहां साथ में सोम प्रदोष व्रत भी है तो माता पार्वती और भगवान भोले नाथ को विशेष प्रसन्न किया जा सकता है। माता सती ने अपने पिता दक्ष के घर पर भगवान शिव का अपमान होने से अपना शरीर त्याग दिया था और माता सती ने भगवान शिव को प्रत्येक जन्म में अपना पति पाने का प्रण लिया था इसलिए दूसरे जन्म में देवी सती ने मां पार्वती के रूप में पिता हिमाचल और माता मैना के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया और भगवान शिव को पति के रूप में पाने हेतु श्रावण मास में निराहार होकर कठोर जप, तप और व्रत किया था। तभी से भगवान भोले नाथ को श्रावण मास से प्रेम हो गया।
कहते हैं श्रावण का महीना भगवान शिव को इतना प्रिय है कि यदि इस महीने में कोई भी अविवाहित नवयुवक व कन्या भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन, व्रत, तप आदि करें तो माता पार्वती और भगवान शिव के आर्शीवाद से उनका विवाह शीघ्र होता है।
ज्योतिष बॉक्सर देव गोस्वामी
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