Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Jul, 2019 10:59 AM
वर्तमान समय में सावन का पवित्र महीना चल रहा है। श्रावण कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है, जो कल यानी 18 जुलाई की सुबह 4:52 मिनट पर आरंभ हुई थी और आज सुबह 6:54 तक रही। उसके बाद
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वर्तमान समय में सावन का पवित्र महीना चल रहा है। श्रावण कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है, जो कल यानी 18 जुलाई की सुबह 4:52 मिनट पर आरंभ हुई थी और आज सुबह 6:54 तक रही। उसके बाद 6:55 से तृतीया तिथि लग गई है। सूर्योदय के वक्त द्वितीया तिथि लगी हुई थी इसलिए आज कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि ही मानी जाएगी। धनिष्ठा नक्षत्र सारा दिन और सारी रात रहने के बाद अगली सुबह यानि 20 जुलाई सुबह 4:25 तक रहेगा। धनिष्ठा का अर्थ होता है सबसे समृद्ध और अमीर। इस नक्षत्र को खुशहाली तथा मान–यश का प्रतिक कहा जाता है।
आज से पंचक शुरू होने वाला है। दोपहर 2:58 से पंचक शुरू होगा, जो 24 जुलाई 3:42 मिनट तक रहने वाला है। 5 दिनों तक चलने वाले पंचक में कोई भी मंगलमय कार्य नहीं किया जाता। शुक्रवार से पंचक आरंभ हो रहा है इसलिए इसे 'चोर पंचक' कहा जाएगा। इस रोज़ यात्रा नहीं करनी चाहिए और कारोबार संबंधी हर काम को ध्यान से करना चाहिए। कोई बड़ा सौदा करना हो या पैसों का लेन-देन तो इस दौरान न करें अन्यथा धन हानि का खतरा बना रहता है। पांच नक्षत्रों के मेल से जो योग बनता है, उसे पंचक कहते हैं। आज से लेकर आने वाले पांच दिनों तक जब चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती से होकर गुज़रेगा तो वे पंचक कहलाएगा।
राजमार्त्तण्ड ग्रंथ में कहा गया है, पंचक काल के दौरान किसी भी तरह की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि बहुत जरुरी हो तो दक्षिण दिशा की तरफ न जाएं क्योंकि ये यम की दिशा मानी गई है। अत: दुर्घटना या परेशानी होने की आशंका बनी रहती है। अन्य किसी भी दिशा में जाया जा सकता है।
ज्योतिष विद्वान कहते हैं, पंचक के दौरान जब रेवती नक्षत्र चल रहा हो तो कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।