Edited By Jyoti,Updated: 27 Jul, 2019 09:48 AM
कहते हैं जो लोग अपने आप को शिवमय में कर लेते हैं केवल वहीं शिव भक्ति का रस जानते हैं। सावन का पावन शिव भक्ति में डूबने ने के लिए सबसे उत्तम समय होता है। इनकी उदारता तो वहीं जानते हैं जो इन्हें पूजते हैं व इनकी कृपा से अमर पद पाते है।
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कहते हैं जो लोग अपने आप को शिवमय में कर लेते हैं केवल वहीं शिव भक्ति का रस जानते हैं। सावन का पावन शिव भक्ति में डूबने ने के लिए सबसे उत्तम समय होता है। इनकी उदारता तो वहीं जानते हैं जो इन्हें पूजते हैं व इनकी कृपा से अमर पद पाते है। क्योंकि समस्त देवताओं में से देवों के देव महादेव ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहते हैं। कहा जाता है सावन के इस पवित्र महीने में अगर जातक अपने मन से सभी व्यर्थ की निकालकर सच्चे मन से इनकी आराधना कर लेता है तो शिव शंकर उसकी सारी चिंताएं स्वयं हर लेते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन में हर तरह के उपाय किए जाते हैं। क्योंकि भगवान शंकर का चंद्रमा से गहरा संबंध है, इससे साफ़तौर पर पता ज़ाहिर होता है कि सावन में ग्रहों से जुड़े भी सभी उपाय किए जा सकते हैं। तो आइए जानते हैं सावन में कौन से उपाय करने से आदिदेव भगवान शंकर की कृपा मिलती है और कुंडली में चल रही बुरी दशा अच्छे में बदल जाती है।
सूर्य की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक
कहा जाता है जिस किसी जातक की कुंडली में सूर्य की स्थिति खराब होती है उसे ह्रदय रोग, आंखों से जुड़े रोगों व अपयश का सामना करना पडता है। ऐसे में सूर्य देव को नियमित रूप से अर्घ्य देना चाहिए। इसके अलावा इस दौरान मृत्युंजय मंत्र का जप लाभकारी होता है।
चंद्र की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक-
जिसकी कुंडली में चंद्र ग्रह की दशा खराब चल रही हो ऐसे व्यक्ति को अपमृत्यु, ह्रदय और मन की समस्या होने की संभावनाएं अधिक होती हैं। इसके निवारण के लिए पूर्णिमा को चन्द्रमा की उपासना करना चाहिए। साथ ही शिव सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।
मंगल की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक-
मंगल ग्रह की खराब दशा के चलते जातक की कुंडली में दुर्घटना, शल्य चिकित्सा और कारावास के योग बनते हैं। इसके लिए सबसे पहले जातक को ज्योतिष से सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा के लिए वृषभ दान और निर्धन भोजन अचूक है। साथ ही नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जप करना से भी लाभ प्राप्त होता है।
बुध की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक
ज्योतिष विद्वानों के मुताबिक जिस व्यक्ति की कुंडली में बुध की दशा खराब होती है एेसे में आर्थिक क्षति, मानसिक रोग और त्वचा की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सावन में बिल्व पत्र से शिव पूजन करें, साथ ही नियमित रूप से रुद्राभिषेक करवाएं।
बृहस्पति की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक
बृहस्पति ग्रह की बुरी दशा के कारण जातक को असाध्य रोग व कई प्रकार की बड़ी बीमारियों से जुझना पड़ता है। इसके निवारण के लिए गोदान तथा किसी धर्मस्थान में दान करना चाहिए। साथ ही शिव जी का पूजन करना चाहिए।
शुक्र की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक
कहा जाता है अगर कुंडली में शुक्र की स्थिति खराब हो जाए तो समाज में अपमान, अपयश व नेत्र विकारों के होने के अधिक आसार बनते हैं। इसके लिए उमापति महादेव के साथ साथ उमा यानि देवी पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए नियमित रूप से लिंगार्चन करना चाहिए।
शनि की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक
सभी ग्रहों में से शनि ग्रह का मानव को अधिक भय रहता है। अगर इनकी स्थिति खराब हो तो ऐसे में जातक की जन्म कुंडली में अपमृत्यु, दुर्घटना और लंबी बीमारियों के योग बनते हैं। इसके लिए शिव मंदिर में दीपदान तथा महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए।
राहु केतु की बुरी स्थिति को ऐसे करें ठीक
जिस किसी की कुंडली में राहु केतु विपरीत ददशा में चल रहे हो तो व्यक्ति को आकस्मिक घटनाएं और विचित्र बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में शिव मंदिर में जाकर चन्द्रशेखराष्टक का पाठ करें।