Edited By Jyoti,Updated: 23 Jul, 2018 01:49 PM
श्रावण के माह में भगवान शंकर का पूजन करना अति फलदायी माना जाता है। इस माह मंदिरों में अधिक भीड़ देखने को मिलती है। क्योंकि कहते हैं कि जो भी सावन में पूरी श्रद्धा से भगवान शंकर की पूजा करता है, उसकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शुभ फलों की...
ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें VIDEO)
श्रावण के माह में भगवान शंकर का पूजन करना अति फलदायी माना जाता है। इस माह मंदिरों में अधिक भीड़ देखने को मिलती है। क्योंकि कहते हैं कि जो भी सावन में पूरी श्रद्धा से भगवान शंकर की पूजा करता है, उसकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। सावन के महीने में अगर व्यक्ति अपनी राशि अनुसार के मंत्रों का जाप करता है तो शिव-भक्तों उन पर प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। तो आईए जानें किस राशि के लोगों को कौन से मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
मेष- पूरे श्रावण मास में 'ॐ ममलेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें।
वृषभ- 'ॐ नागेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें।
मिथुन- 'भूतेश्वराय नम:' का जाप करें।
कर्क- महादेव के 'द्वादश नाम' का स्मरण करें।
सिंह- 'ॐ नम: शिवाय' की रोज एक माला करें।
कन्या- 'शिव-चालीसा' का पाठ करें।
तुला- 'शिवाष्टक' का पाठ करें।
वृश्चिक- 'ॐ अंगारेश्वराय नम:' का जाप करें।
धनु- 'ॐ रामेश्वराय नम:' का जाप करें।
मकर- 'शिव सहस्त्रनाम' का उच्चारण करें।
कुंभ- ॐ शिवाय नम:' का जाप करें।
मीन- 'ॐ भौमेश्वराय नम:' का जाप करें।
इसके अलावा नि:संतान दंपत्ति को सावन के महीने में किसी भी दिन से शुरू करके 40 दिन तक शिव जी को घी चढ़ाना चाहिए, इससे आश्चर्यजनक रूप से संतान की प्राप्ति के योग-संयोग बनते हैं और ज्यादातर इन मामलों में सफलता मिलती ही है।
Kundli Tv- यहां मिलेगी चार्तुमास से जुड़ी हर एक जानकारी (देखें Video)