Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 May, 2018 01:26 PM
चीन में एक महान दार्शनिक संत हुए- ताओ बू चिन। परम विद्वान और नितांत सादा जीवन व्यतीत करने वाले ताओ बू चिन धर्म की सही शिक्षा देने के लिए विख्यात थे। लाखों की तादाद में लोग उनके पास आते और परम संतुष्टि का भाव लेकर वापस जाते।
चीन में एक महान दार्शनिक संत हुए- ताओ बू चिन। परम विद्वान और नितांत सादा जीवन व्यतीत करने वाले ताओ बू चिन धर्म की सही शिक्षा देने के लिए विख्यात थे। लाखों की तादाद में लोग उनके पास आते और परम संतुष्टि का भाव लेकर वापस जाते। प्रत्येक व्यक्ति को उसकी प्रकृति के अनुकूल शिक्षा देना और तदानुसार उसे कर्मशील बनाना उनकी विशेषता थी।
एक दिन उनके पास चुंग सिन नाम का एक व्यक्ति पहुंचा। उसने उनसे धर्म की शिक्षा देने की प्रार्थना की। संत ताओ ने उस व्यक्ति को कुछ समय तक तो अपने पास रखा, फिर उसे दीन-दुखियों की सेवा में लगा दिया। चुंग सिन इस कार्य में निष्ठापूर्वक लगा रहा। वह वृद्धों व लाचारों की सेवा करता, उनका उपचार करवाता। चुंग सिन ने इस कार्य को करने में न दिन देखा, न रात। वह अपना आराम, सुख-चैन छोड़कर असहायों की मदद करने में लगा रहता।