Saturday special: इन संकेतों से जानें शनि हैं आप से नाराज
Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Mar, 2024 07:40 AM
शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। पौराणिक शास्त्रों में शनि को सूर्य देव का पुत्र माना गया है। ऐसा वर्णन आता है कि सूर्य ने श्याम वर्ण के
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Role and Importance of Saturn in Astrology: शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। पौराणिक शास्त्रों में शनि को सूर्य देव का पुत्र माना गया है। ऐसा वर्णन आता है कि सूर्य ने श्याम वर्ण के कारण शनि को अपना पुत्र मानने से इंकार कर दिया था। तभी से वह सूर्य से शत्रु का भाव रखते हैं। ज्योतिषशास्त्र में सभी ग्रहों में शनि का विशेष महत्व है। कुंडली में शनि की शुभ और अशुभ स्थिति का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। शनि न्याय के भी देवता माने जाते हैं।
Shani dev positive and negative signals
पैरों से संबंधित कोई बीमारी हो सकती है। कोई ऐसा व्यक्ति मिलता है जो आपसे आपकी क्षमता से अधिक काम करवाता है और आपको उस काम का श्रेय भी नहीं मिलता। लगातार पैसों का नुक्सान होता रहता है।
आपके घर के पालतू काले जानवर (जैसे- काला कुत्ता या भैंस) की मृत्यु हो सकती है। बनते काम बिगड़ सकते हैं। बहुत मेहनत करने के बाद भी उसका थोड़ा ही फल मिलता है।
कोई झूठा आरोप लग सकता है, कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को ऑफिस में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कोई महंगी चीज गुम हो सकती है या चोरी हो सकती है।
नमक वाले भोज्य पदार्थों में चींटियों का पड़ जाना।
बिजली के उपकरणों का खराब होना।