Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 03:04 PM
शनि एक ऐसा ग्रह है, जिसका नाम सुनते ही पापियों के पसीने छूट जाते हैं। दरसल शनि अच्छे के साथ अच्छे और बुरे के साथ बुरा व्यवहार करते हैं
शनि एक ऐसा ग्रह है, जिसका नाम सुनते ही पापियों के पसीने छूट जाते हैं। दरसल शनि अच्छे के साथ अच्छे और बुरे के साथ बुरा व्यवहार करते हैं। यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है कि उसने शनि कृपा पाने लिए कैसे कर्म करने हैं। शनि समय-समय पर अपनी चाल बदलते रहते हैं। जिस राशि पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव होता है, उसे अनचाही परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ता है। जो व्यक्ति बुरे वक्त में भी अच्छाई का दामन थामे रखता है, शनि उसका हाथ कभी नहीं छोड़ते और उसे अपनी छत्रछाया में सुरक्षित रखते हैं। 26 अक्टूबर बृहस्पतिवार को शनि अपना घर बदलेंगे। वह वृश्चिक राशि को छोड़कर पुन: धनु राशि में प्रवेश करेंगे।
वर्तमान समय में वह वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे हैं। अब वह 26 अक्टूबर से मेष, सिंह और तुला राशि पर से अपनी नजर फेर लेंगे। जिससे इन तीनों राशियों को लंबे वक्त के बाद राहत का अनुभव होगा। मेष और सिंह राशि पर अढाई साल से ढैय्या का जोर था, जो अब समाप्त हो जाएगा। अब इन तीनों राशियों के अच्छे दिन लौट आएंगे, धन लाभ के भी योग बन रहे हैं।
जहां इन तीन राशियों को सौगात मिलने जा रही है, वही कुछ राशियों पर शनि की तिरछी नजर बरकरार हो जाएगी। 26 अक्टूबर से वृषभ और कन्या राशि पर फिर से शनि की ढैया का दौर आरंभ हो जाएगा और मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती आरंभ होगी।