Shani Margi: 15 नवंबर से शनि मार्गी, 3 राशियों पर बरसेगी कृपा

Edited By Prachi Sharma,Updated: 12 Nov, 2024 06:00 AM

शनि 29 जून रात के समय शनि वक्री हुए थे कुंभ राशि में और 15 नवंबर को मार्गी होंगे। इसके बाद मार्गी रहते हुए ही 29 मार्च को 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे

 

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Shani Margi: शनि 29 जून रात के समय शनि वक्री हुए थे कुंभ राशि में और 15 नवंबर को मार्गी होंगे। इसके बाद मार्गी रहते हुए ही 29 मार्च को 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद फिर जो वक्री अवस्था होगी वह 13 जुलाई को होगी।  शनिदेव अब लगभग साढ़े महीने मार्गी अवस्था में रहेंगे और मार्गी अवस्था में तीन राशियों को अच्छा फल देंगे। तो चलिए जानते हैं कौन सी हैं वो लकी राशियां।

मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए शनि देव का गोचर 11वें भाव में हो रहा है। शनि देव 11वें भाव में बहुत अच्छा फल करते हैं। 11वां भाव आय का भाव है और 11वां भाव कर्म का भाव है। मेष राशि के जातकों के लिए तो निश्चित तौर पर इन दोनों भावों के स्वामी का अपने नेचुरल फ्लो में आ जाएंगे। मेष राशि के जातकों के लिए कारोबार में वृद्धि करने वाला भी होगा और इसके साथ-साथ आय में वृद्धि करने वाला भी होगा। जिन लोगों का प्रमोशन हुआ है। उनको यहां पर प्रमोशन मिल सकता है क्योंकि 11वां भाव एलिवेशन, तरक्की का भाव होता है। यहां पर बैठकर शनि पंचम को देख रहे हैं और पंचम से संबंधित जो फल है वक्री अवस्था में जब दृष्टि पड़ रही थी। शनि की पंचम भाव पर वो अच्छी स्थिति नहीं थी। लिहाजा यहां पर अब शनि का मार्गी होना मेष राशि के जातकों के लिए धन, कारोबार और नौकरी के लिहाज से काफी अच्छा रहने वाला है। निश्चित तौर पर आपको इसके बहुत अच्छे रिजल्ट मिलते हुए नजर आएंगे।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर इस समय छठे भाव में हो रहा है। कन्या राशि के जातकों के लिए शनि पंचम और छठे दोनों भावों के स्वामी होते हैं। पंचमेश शनि निश्चित तौर पर कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ फल फलदायक होते हैं। पंचम भाव का स्वामी हमेशा शुभ रिजल्ट करता है। अब शनि यहां पर छठे भाव में बैठे हैं और छठे को मजबूत कर रहे हैं। छठा रोग, ऋण, शत्रु का भाव होता है यदि शनि की महादशा या अंतर्दशा में कर्ज आ जाता है तो निश्चित तौर पर शनि के शुभ गोचर में वो कर्ज उतरना भी शुरू हो जाता है। छठे भाव में शनि का होना निश्चित तौर पर वो उस भाव को मजबूत करने वाला है। यहां पर मार्गी हो जाना सामान्य अवस्था में आ जाना इसको ज्यादा मजबूती देगा। लिहाजा आपको कर्ज में मुक्ति मिलती हुई नजर आ सकती है। यदि कोई शारीरिक समस्या आपको है आपको  राहत मिलती हुई नजर आ सकती है।

यदि कोई कोर्ट का केस चल रहा है तो वहां पर भी निश्चित तौर पर चीजें आपके पक्ष में जाती हुई नजर आएंगी। इसके अलावा पंचम के भी अच्छे फल करेंगे। शनि यहां पर पंचम बुद्धि-विवेक का भाव होता है। यानी कि जो भी आप काम करेंगे, कोई भी आप डिसीजन लेंगे।  संतान पक्ष से आपको अच्छी खबर मिलती हुई नजर आ सकती है। पांचवां भा प्रेम का भाव होता है, निश्छल प्रेम यहीं से आता है। जो लोग सिंगल हैं उनकी लाइफ में किसी न किसी की एंट्री हो सकती है। पांचवें भाव से इजी गेंस देखा आता है तो इस भाव के फल भी आपको अब बेटर होते हुए नजर आएंगे।

धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर तीसरे भाव में हो रहा है। शनि का गोचर तीसरे भाव का अच्छा होता है। शनि आपके लिए धन स्थान और पराक्रम वाला भाव दोनों भावों के स्वामी बनते हैं। निश्चित तौर पर शनि चूंकि मार्गी अवस्था में आ गए हैं। धन स्थान का स्वामी वक्री था तो वहां पर निश्चित तौर पर को कहीं न कहीं कोई न कोई गड़बड़ हो रही थी। धन वाले मामले में तो यहां पर आपको उसमें राहत मिलती हुई नजर आएगी। ये धन में वृद्धि करने का काम यहां पर शनि करेंगे। धन के साथ-साथ कुटुंब में भी आपका प्रभाव बढ़ेगा क्योंकि दूसरा भाव कुटुंब भाव भी होता है। तीसरे भाव में शनि का गोचर तीसरे भाव को मजबूती देगा यह पराक्रम का भाव है। छोटे भाई के साथ आपका तालमेल बेटर होगा। कोई भी आप काम करेंगे वो डिटरमिनेशन के एक साथ करेंगे। यहां पर जो धनु राशि के जातक हैं उनका कॉन्फिडेंस बढ़ता हुआ नजर आएगा। उनका ब्रदर के साथ तालमेल बेटर होता हुआ नजर आएगा और धन में वृद्धि होती हुई नजर आ सकती है।

शनि के इस मार्गी अवस्था के दौरान यह लगभग साढ़े महीने का समय इन तीन राशियों के लिए निश्चित तौर पर बहुत बेटर होने जा रहा है। पहले का मुकाबले काफी बेटर रहेगा क्योंकि वक्री अवस्था में रहने के दौरान शनि के जो खराब परिणाम देखने को मिल रहे थे वो अब नहीं मिलेंगे। यहां पर आपके लिए यह गोचर अच्छा रहेगा। यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति खराब है तो आपको शनि की कुछ न कुछ रेमेडीज जरूर करनी चाहिए।

शनि को सही करने के लिए करें ये उपाय-

वोह ओम शं शनैश्चराय नमः का जाप करें।

शाम के समय शनि का दान होता है। काले तिल और काली उड़द की दाल का दान करें।

इसके अलावा यदि आपकी कुंडली में शनि की पोजीशन अच्छी है और शनि केंद्र या त्रिकोण में बैठे हुए हैं तो आप शनि का नग भी धारण कर सकते हैं। वो नीलम होता है यहां पर नीलम आपके लिए काफी अच्छे रिजल्ट करेगा। यदि आपके अंडर कोई काम करता है यानी कि आप ऑफिस में सीनियर है या आप कोई कारोबार चला रहे हैं तो अपने वर्कर्स के साथ कॉर्डियल रिलेशनशिप रखें।
 

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