Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Sep, 2018 07:17 PM
शनि 6 सितम्बर को धनु राशि में तथा मूला नक्षत्र में शाम 17.24 बजे मार्गीय अवस्था में वापस लौट रहे हैं। शनि का काल पुरुष कुंडली में 10वें व 11वें घर का स्वामी बनता है तथा वह सख्त अनुशासन का फल देता है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें Video)
गुरुवार दिनांक 6 सितंबर 2018 को धनु राशि में भ्रमण कर रहे शनि अपनी वक्र अवस्था को त्याग कर मार्गीय अवस्था में आएंगे। वर्तमान स्थिती में शनि केतु के नक्षत्र मूल में गोचर कर रहे हैं। धनु राशि गुरू को संबोधित करती है तथा मूल नक्षत्र केतु के माध्यम से मोक्ष को दर्शाता है। शनि की वक्र अवस्था में शीत धर्म युद्ध जैसे हालात देखे गए, इसमें दो धर्मों के बीच की तकरार और धार्मिक व्यक्तियों का पतन भी हुआ।
अनेक संत इल्जामों के तहत बदनामी का शिकार हुए और दो धर्मों के बीच न ही सिर्फ तकरार बल्कि मारपीट जैसी वारदात भी सामने आई। शनि कालपुरूष सिद्धांत के अनुसार व्यक्ति के कर्म को संबोधित करता है। शनि की वक्र अवस्था ने लोगों की मती भ्रम कर उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत भी किया। शनि की सक्रिय अवस्था धार्मिक मतभेदों में कमी लाएगी तथा राजनीतिक दृष्टिकोण से शनि का मार्गीय होना वर्तमान सरकार की मुश्किलों को कम करेगा।
मिथुन, सिंह, तुला के लिए शनि का मार्गीय होना शुभकारी रहेगा। धनु, कुंभ, मीन, वृश्चिक के लिए राहत भरा होगा। मेष, वृष, कर्क और मकर के लिए कठिन समय शुरू होगा।
जनमाष्टमी पर भूलकर भी न करें ये काम (देखें Video)