Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2017 01:38 PM
सनातन धर्म में मूर्ति पूजा करने का विधान है, मूर्त को भगवान माना जाता है। इतिहास साक्षी है, अपने भक्त की पुकार पर भगवान साक्षात मूर्त से तो क्या खंबे से भी प्रगट हो जाते हैं। वैदिक
सनातन धर्म में मूर्ति पूजा करने का विधान है, मूर्त को भगवान माना जाता है। इतिहास साक्षी है, अपने भक्त की पुकार पर भगवान साक्षात मूर्त से तो क्या खंबे से भी प्रगट हो जाते हैं। वैदिक काल से मानव अपनी मनोरथ पूर्ति के लिए शिव जी भगवान का पूजन करने के उपरांत उन्हें विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित करता है। क्या आपको ज्ञात है किस अन्न के चढ़ावे से कैसी कामना पूरी होती है।
भगवान शिव को अर्पित करें यह सामान
जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, ईत्र, चंदन, केसर, भांग इन सभी चीजों का मिश्रण या इन्हें अलग-अलग भी शिवलिंग पर अर्पित किया जा सकता है। शिवपुराण के अनुसार इन सभी चीजों के अर्पण से मनुष्य की सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और वो भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करता है।
खास इच्छापूर्ति के लिए भोग लगाएं ये चीजें
शिव पूजन में गेंहू से बने व्यंजन चढ़ाने पर कुंटुब की वृद्धि होती है।
मूंग से शिव पूजा करने पर हर सुख और ऐश्वर्य मिलता है।
चने की दाल अर्पित करने पर श्रेष्ठ जीवन साथी मिलता है।
कच्चे चावल अर्पित करने पर कलह से मुक्ति और शांति मिलती है।
तिलों से शिव पूजा और हवन में एक लाख आहुतियां करने से हर पाप का अंत हो जाता है।
उड़द चढ़ाने से ग्रहदोष और खासतौर पर शनि पीड़ा शांति होती है।
शिवलिंग पर न चढ़ाएं ये सामान
हल्दी, नारियल, तुलसी पत्ते, केतकी एवं केवड़े के पुष्प, कुमकुम और रोली।