Edited By Niyati Bhandari,Updated: 22 Feb, 2019 09:27 AM
आज 22 फरवरी, शुक्रवार को मासिक श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। ऋद्धि-सिद्धी के स्वामी विघ्नहर्ता गणपति का स्मरण, ध्यान, जप और आराधना करने से हर इच्छा पूरी की जा सकती है और विघ्नों को सदा के लिए गुड बॉय कहा जा सकता है।
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आज 22 फरवरी, शुक्रवार को मासिक श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। ऋद्धि-सिद्धी के स्वामी विघ्नहर्ता गणपति का स्मरण, ध्यान, जप और आराधना करने से हर इच्छा पूरी की जा सकती है और विघ्नों को सदा के लिए गुड बॉय कहा जा सकता है। इस खास तिथि पर हर माता को अपनी संतान की रक्षा के लिए व्रत करना चाहिए।
व्रत रखने की शक्ति न हो तो पूजा अवश्य करनी चाहिए। गणेश जी को रोली और चंदन का तिलक लगाएं। सारे परिवार को शाम को मिलकर आरती करनी चाहिए। मोदक या मोतीचूर के लड्डूओं का भोग लगाना चाहिए। फिर इस भोग को छोटी कंजको में बांट दें।
यदि आप गणेश चतुर्थी का व्रत नहीं कर सकते हैं तो उन्हें खास विधि से दुर्वा गिफ्ट करके प्रसन्न कर सकते हैं। कहते हैं गणेश जी को हरियाली बहुत पंसद है इसलिए उन्हें दूर्वा भेंट करने से पहले रखें कुछ बातों का खास ध्यान-
दूर्वा एक प्रकार की घास को बोला जाता है। जो किसी भी बगीचे में आसानी से मिल जाती है। गणेश जी को अर्पित करने वाली दूर्वा किसी मंदिर के पास या बगीचे से लेनी चाहिए। आप घर में भी इसे उगा सकते हैं। सड़क के इधर-उधर से या जहां गंदा पानी बहकर जाता है, वहां से दुर्वा नहीं लेनी चाहिए।
दूर्वा कभी भी सिंगल नहीं चढ़ानी चाहिए, हमेशा जोड़ा बनाकर चढ़ाएं। गणेश जी को दूर्वा चढ़ाते समय करें इन मंत्रों का जाप-
ऊं गणाधिपाय नमः
ऊं उमापुत्राय नमः
ऊं विघ्ननाशनाय नमः
ऊं विनायकाय नमः
ऊं ईशपुत्राय नमः
ऊं सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
ऊंएकदन्ताय नमः
ऊं इभवक्त्राय नमः
ऊं मूषकवाहनाय नमः
ऊं कुमारगुरवे नमः रिद्धि-सिद्धि सहिताय
कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !