Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Apr, 2019 03:21 PM
वास्तु के नियमों का थोड़ा सा ध्यान रख कर हम अपने जीवन को, परिवार को कलह-क्लेश, तनाव आदि से मुक्त व सुखी-समृद्ध एवं शांत-खुशहाल बना सकते हैं। यदि आपको लगता है की ऐसा करने से आपका बहुत सारा धन लगेगा तो यहां हम आपको बता रहे हैं ज्यादा खर्च किए बिना...
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वास्तु के नियमों का थोड़ा सा ध्यान रख कर हम अपने जीवन को, परिवार को कलह-क्लेश, तनाव आदि से मुक्त व सुखी-समृद्ध एवं शांत-खुशहाल बना सकते हैं। यदि आपको लगता है की ऐसा करने से आपका बहुत सारा धन लगेगा तो यहां हम आपको बता रहे हैं ज्यादा खर्च किए बिना स्मार्ट रेनोवेशन आइडियाज़। सबसे पहले वास्तु पुरुष की योग्य पूजा के बाद पुरानी इमारत तोडऩी चाहिए। तोड़ते समय मिट्टी का घड़ा, जल घर में नहीं ले जाना चाहिए। प्रवेश की सीढिय़ों की प्रतिदिन पूजा करें, वहां कुमकुम और चावल के साथ स्वस्तिक मिट्टी के घड़े का चित्र बनाएं। ओम नमो भगवते वास्तु देवाय नम:- इस मंत्र का जप प्रतिदिन 108 बार और कुल 12500 जप करें और अंत में दशमांश होम करें।
दक्षिण दिशा में घोड़ा (अश्व) रखना सर्वोत्तम है।
धन समृद्धि के लिए धन की पेटी (कैश बॉक्स) में तीन सिक्के रखें, जो भाग्य की अभिवृद्धि में सहायक होंगे।
घोड़े की नाल पश्चिमी देशों तथा हमारे देश में भी बहुत भाग्यशाली और शुभ मानी जाती है। अपनी सुरक्षा और सौभाग्य के लिए इसे अपने घर के मुख्य द्वार के ऊपर चौखट के बीच में लगा सकते हैं।
स्फटिक के शिवलिंग की पूजा करें। स्फटिक असली हो तो प्रभाव में वृद्धि होगी।
भवन निर्माण में दरवाजे और खिड़कियां सम संख्या में हों तथा सीढ़िया विषम संख्या में हो।
टॉयलेट और किचन एक पंक्ति (कतार) में या आमने-सामने होना दोषकारक है।
घर में गणेश जी की एक से अधिक मूर्ति न हो। घर में गणपति की मूर्ति, रंगोली, स्वस्तिक या ॐ चिन्ह बुरी आत्माओं के प्रभाव को नियंत्रित करता है।
घर के बाहर या अंदर आशीर्वाद मुद्रा में देवी-देवता की मूर्ति अथवा चित्र लगाएं।
घर के ड्राइंग रूम में मोर, बंदर, शेर, गाय, मृग आदि के चित्र या मूर्ति रूप में किसी एक का जोड़ा रखें जिसका मुंह एक-दूसरे की तरफ हो तथा मुंह घर के अंदर हो शुभ रहेगा।
घर में सप्ताह में कम से कम एक दिन फर्श पर नमक के पानी का पोंछा अवश्य लगाएं।
नवरात्र में इस समय बजाएं शंख, फिर देखें कमाल