Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Apr, 2020 09:00 AM
प्रदोष का दिन भगवान शिव के प्रिय दिनों में से एक है। 1 वर्ष में लगभग 24 प्रदोष व्रत आते हैं। सप्ताह के 7 दिनों में जिस दिन भी प्रदोष व्रत आता है, उसका अपना विशेष महत्व होता है। सभी का पुण्य फल
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Som Pradosh Vrat 2020 : प्रदोष का दिन भगवान शिव के प्रिय दिनों में से एक है। 1 वर्ष में लगभग 24 प्रदोष व्रत आते हैं। सप्ताह के 7 दिनों में जिस दिन भी प्रदोष व्रत आता है, उसका अपना विशेष महत्व होता है। सभी का पुण्य फल भी अलग-अलग होता है। हिंदू पौराणिक ग्रंथों में इस व्रत का खास महत्व बताया गया है। इस व्रत के प्रभाव से पापों का विनाश, मन की शुद्धि एवं शिव कृपा की प्राप्ति होती है। काल सर्प के दोष दूर करने के लिए किए गए उपाय शीघ्र फल देते हैं।
आज 20 अप्रैल, सोमवार का दिन भगवान शिव के निमित्त है। इस दिन सोम प्रदोष का आना शुभ संयोग का निर्माण कर रहा है। मान्यता है की इस रोज़ भोले बाबा बहुत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
चंद्रमा के कष्ट निवारण का सबसे बढ़िया उपाय है सूर्यास्त के बाद शिव-पार्वती की पूजा व अद्र्ध नारीश्वर की उपासना करें।
सुबह व शाम शिव चालीसा, रुद्राभिषेक और शिव महिमा का पाठ करें।
प्रदोष और प्रति सोमवार का व्रत रखें।
शिव जी को प्रसन्न करने के लिए आक के फूल, बेल पत्र, शमी के पत्ते, कच्चा दूध, धतूरा व सफेद फूल आदि अर्पित करें।
सुबह के समय शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से लाइफ में चल रही सभी टेंशन खत्म हो जाती हैं।
कालसर्प दोष से मुक्ति चाहते हैं तो शिवलिंग पर चांदी का नाग चढ़ाएं और घर में मोर पंख रखें।