Edited By Jyoti,Updated: 05 Aug, 2020 05:17 PM
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद का माह विष्णु भगवान को अधिक प्रिय है। जिसके चलते श्री हरि के भक्त श्रावण माह में जिस तरह से पूरी
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद का माह विष्णु भगवान को अधिक प्रिय है। जिसके चलते श्री हरि के भक्त श्रावण माह में जिस तरह से पूरी श्रद्धा विश्वास से भगवान शंकर की पूजा करते हैं ठीक वैसे ही भादो के माह में श्री हरि की तथा इनके श्री कृष्ण स्वरूप की पूजा करते हैं। बता दें हिंदू धर्म के ग्रंथों में किए वर्णन के अनुसार इसी माह में भगवान नारायण ने श्री कृष्ण के रूप में जन्म लिया था। जिस कारण इस माह का महत्व अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में जहां एक तरफ़ श्री कृष्ण से जुड़े उपाय आदि करने लाभदायक होते हैं। तो वहीं इस दौरान श्री कृष्ण भगवान के मंत्रों का उच्चराण करना भी अधिक लाभदायक माना जाता है। इससे पहले हम आपको इससे जुड़े मंत्र आदि के बारे में बताएं, भादो माह कब से शुरू हुआ है साथ ही इस दौरान किन चीज़ों का सेवन करना चाहिए और किन का नहीं तो यहां क्लिक करें-
भगवान कृष्ण की करें पूजा-
धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार विशेष रूप इस मास में श्री कृष्ण भगवान की अराधना की जाती है। जो भी जातक इनकी इस माह में पूजा करना का इच्छुक हो उसे इनकी रपूजन विधि से जुड़ी बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, कि किस विधि से इनकी पूजा आदि करनी चाहिए।
यहां जानें कैसे करें श्री कृष्ण की पूजा-
चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं, चौकी पर भगवान कृष्ण की मूर्ति एक पात्र में रखिए। इसके सामने दीपक जालएं, साथ ही धूपबत्ती करें।
इसके बाद सबसे आव्शयक काम पूजा से पहले श्री कृष्ण भगवान से पूजा संकल्प तथा उसके पूरा होने की प्रार्थना करें।
सबसे पहले श्री कृष्ण को पंचामृत से स्नान कराएं, फिर फिर गंगाजल से स्नान कराएं।
फिर इन्हें साफ़-सुथरे या नए वस्त्र पहनाकर इनका श्रृंगार करें और एक बार फिर से इनके समक्ष दीप जलाकर, धूप दिखाएं।
ध्यान रहे पूजा के दौरान इन्हें अष्टगंध चन्दन या रोली का ही तिलक लगाएं, जिसमें अक्षत मिले हों।
भोग में श्री कृष्ण को उनकी सबसे प्रिय माखन मिश्री और अन्य भोग सामग्री अर्पण कीजिए, ध्यान रहे हर व्यजंन में तुलसी का पत्ता विशेष रूप से हो।
तथा इनके निम्न मंत्रों का जाप करें-
-ॐ कृष्णाय नम:
-ॐ अच्युताय नम:
-ॐ अनन्ताय, नम:
-ॐ गोविन्दाय नम
संभव हो तो भाद्रपद माह में श्रीमद्भग्वदगीता का पाठ भी करें, शुभदायक होता है।