Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Aug, 2021 10:31 AM
भाद्रपद की जन्माष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण ने मानव रूप में अवतार लिया था। इसी तिथि की घनघोर अंधेरी आधी रात को रोहिणी नक्षत्र में मथुरा के कारागार में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण
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Janmashtami 2021: भाद्रपद की जन्माष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण ने मानव रूप में अवतार लिया था। इसी तिथि की घनघोर अंधेरी आधी रात को रोहिणी नक्षत्र में मथुरा के कारागार में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। यह तिथि उसी शुभ घड़ी की याद दिलाती है और सारे देश में बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। पुराणों में भगवान श्रीकृष्ण की विशिष्ट देह के 3 अद्भुत रहस्यों का वर्णन मिलता है।
श्रीकृष्ण के शरीर की सुगंध
श्रीकृष्ण के शरीर से मादक सुगंध आती थी। इस कारण कई बार वेष बदलने के बाद भी कृष्ण पहचाने जाते थे। कई ग्रंथों के अनुसार कृष्ण के शरीर से गोपिकाचंदन और रातरानी की मिलीजुली खुशबू आती थी। कुछ लोग इसे अष्टगंध भी कहते हैं।
कृष्ण के शरीर का रहस्य
कहते हैं कि कृष्ण अपनी देह को अपने हिसाब से ढाल लेते थे। कभी उनका शरीर स्त्रियों जैसा सुकोमल हो जाता था तो कभी अत्यंत कठोर। युद्ध के समय उनका शरीर वज्र की तरह कठोर हो जाता था ऐसा इसलिए हो जाता था क्योंकि वह योग और कलारिपट्टू विद्या में पारंगत थे।
श्रीकृष्ण थे चिरयुवा
भगवान श्रीकृष्ण ने जब 119 वर्ष की उम्र में देहत्याग किया तब उनकी देह के केश न तो श्वेत थे और न ही उनके शरीर पर किसी प्रकार से झुर्रियां पड़ी थीं। अर्थात वे 119 वर्ष की उम्र में भी युवा जैसे ही थे।