Edited By Jyoti,Updated: 28 Nov, 2019 09:56 AM
जालंधर (वीना): ''भगवान तो केवल भाव के भूखे हैं, उन्हें भक्त की धन-दौलत और ऐश्वर्य से कोई मतलब नहीं है। भगवान भक्त की भावना को जानते हैं तभी तो उन्होंने बिना मांगे ही अपने मित्र सुदामा को धन-दौलत प्रदान कर दिया।''
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जालंधर (वीना): 'भगवान तो केवल भाव के भूखे हैं, उन्हें भक्त की धन-दौलत और ऐश्वर्य से कोई मतलब नहीं है। भगवान भक्त की भावना को जानते हैं तभी तो उन्होंने बिना मांगे ही अपने मित्र सुदामा को धन-दौलत प्रदान कर दिया।'
यह ज्ञान का संदेश कथा व्यास आचार्य श्री गौरव कृष्ण जी महाराज ने पटेल चौक स्थित साईंदास स्कूल की ग्राऊंड में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा रसवर्षा कार्यक्रम में श्री कृष्ण सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनाते हुआ दिया। उन्होंने कहा कि भगवान को भक्त जब कुछ अर्पण करता है तो उसके बदले में भगवान बहुत कुछ दे देते हैं।
आचार्य जी ने क हा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान ने रामावतार में जो कुछ किया, उसके अनुसार जीवन में आचरण करना चाहिए और कृष्णावतार में जो कुछ कहा है, उसका पालन करना चाहिए। उन्होंने सभी को जीवन में अपनी इच्छाओं को घटाने की प्रेरणा दी क्योंकि जिसके पास संतोष धन है उसके मन को शांति मिलती है और वह प्रसन्न भी रहता है। आज सभी ने फूलों की होली खेलकर खूब आनंद उठाया। आचार्य जी ने बीच-बीच में 'राधे राधे कहिए', 'लगदे नहीं रुपईए', 'वृंदावन का कण कण बोले श्री राधा राधा', 'शाम सुन्दर की बंसी बोले श्री राधा राधा’, 'गोविंद जै जै, गोपाल जै जै’ भजन गाकर सभी को निहाल किया।
कथा को विश्राम देते हुए आचार्य जी ने कार्यक्रम की सफलता पर समिति के प्रधान सुनील नैयर, रिम्पी नैयर, उमेश ओहरी, रूपिका ओहरी, ब्रजेश जुनेजा, हेमंत थापर, महेश मखीजा, राहुल बाहरी, राजेश ङ्क्षजदल टोनू, अरुण मल्होत्रा, विकास ग्रोवर, हतिन्द्र तलवाड़ व अन्य सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं।
समारोह में शामिल अतिथिगण
जिलाधीश वरिन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक अवतार हैनरी, विधायक सुशील रिंकू, बब्बू सरदाना, रमित दत्ता, राजन शर्मा, अश्विनी मिंटी, मनोज नन्हा, सन्नी दुआ, सतीश सेठी, पूर्व पार्षद महिन्द्र सिंह गुल्लू, आशू शर्मा, डा. विक्रमजीत सिंह, संजीव कुमार, गोपी वर्मा, नरेश तलवाड़, गौरव लूथरा, हनी तलवाड़ व अन्य।