Edited By Priya Sharma,Updated: 15 Sep, 2019 03:03 PM
दुख और परेशानी तो सबके जीवन में आती ही है। किंतु कुछ लोग इसका डटकर सामना कर लेते हैं, तो कुछ यह समय आने पर घबरा जाते हैं। बहुत सारे व्यक्ति अपनी मुश्किलों को दूर करने के लिए ज्योतिषीय उपाय करते हैं।
दुख और परेशानी तो सबके जीवन में आती ही है। किंतु कुछ लोग इसका डटकर सामना कर लेते हैं, तो कुछ यह समय आने पर घबरा जाते हैं। बहुत सारे व्यक्ति अपनी मुश्किलों को दूर करने के लिए ज्योतिषीय उपाय करते हैं। तो ऐसे में आज हम आपको बताएंगे सूर्यदेव से जुड़े उन उपायों के बारे में जिसके बारे में शायद ही आप जानतें होंगे। लेकिन सूर्यदेव का ये उपाय आपको एक के बाद एक लगातार 7 रविवार तक करना होगा। तो आइए जानते हैं-
इस उपाय को करने के लिए आप रविवार के एक दिन पहले कुछ सामग्रियां घर ले आएं। एक ताम्बे का लौटा, नारियल, पूजा सुपारी, पांच बत्ती वाला दीपक और चांदी का सिक्का शामिल हैं।
रविवार की सुबह उठे तो जमीन पर कदम रखने के पूर्व सूर्यदेव का ध्यान करें। इसके बाद स्नान कर तैयार हो जाएं। अब एक बड़ी सी थाली ले और उसमें ऊपर बताई गई सभी सामग्रियां रख लें। एक बात याद रहे कि पांच बत्ती वाले दीपक को आपको घी से प्रज्वलित करना हैं। अब जैसे ही सूर्य उदय हो आप इन सभी सामग्रियों को लेकर बाहर या छत पर चले जाएं। आपको इस तरह खड़े रहना हैं कि सूर्य की सभी किरणें आपके ऊपर आ रही हो। इस दौरान ध्यान रहे कि आपने पांव में चप्पल या जूते न पहने हो।
सर्वप्रथम आप थाली में चांदी के सिक्के के ऊपर पूजा सुपारी के ऊपर कुमकुम लगा दें। अब नारियल को जल से भरे ताम्बे के लौटे के ऊपर रख दे। इसके बाद हाथ में पांच बत्ती वाला दीपक लें और सूर्यदेव की आरती करें।
आरती होने के बाद अपने स्थान पर चार या सात बार घुमे यानि वहीं खड़े रहकर परिक्रमा करें।
इसके बाद लौटे पर रखा नारियल सूर्यदेव के सामने ही फोड़ दे। अब उसी लौटे में रखे पानी को सूर्यदेव को अर्पित करें। इस दौरान अपने जीवन की समस्यां भी सूर्यदेव के सामने रखें।
इसके बाद फोड़ा गया नारियल अपने घर परिवार में बांट कर फिर खुद खा लें।
वहीं चांदी का सिक्का और पूजा की सुपारी तिजोरी या पूजा घर में रख दें। अब अगले 6 और रविवार तक यही प्रक्रिया दोहराएं। सुपारी और सिक्का आप वही इस्तेमाल कर सकते हैं।