Edited By Lata,Updated: 22 Dec, 2019 05:06 PM
पंचांग के अनुसार पौष मास का आरंभ हो चुका है और इस महीने में सूर्य देव की पूजा करने का व
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पंचांग के अनुसार पौष मास का आरंभ हो चुका है और इस महीने में सूर्य देव की पूजा करने का विधान बताया गया है। कहते हैं कि जो लोग इस पूरे माह में सूर्य की पूजा करते हैं, वे मनुष्य आजीवन स्वास्थ्य और संपन्न जीवन जीते हैं। ऐसा माना जाता है कि उनका भाग्य सूर्य की तरह चमकता रहता है। इसलिए हर व्यक्ति को इस समय सूर्य देव को जल चढ़ाते रहना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, सूर्य उपासना के लिए जपे जाने वाले सूर्य मंत्र के बारे में।
इस माह हर इंसान को सुबह जल्दी उठना चाहिए और शुद्ध जल से स्नान करके सूर्य भगवान को नियमित रूप से अर्घ्य देना चाहिए और हो सके तो जल में लाल पुष्प व रोली डाल लेनी चाहिए।
नियमित रूप से जल चढ़ाते समय ‘ऊं आदित्याय नम:’ मंत्र का जाप भी करते रहना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार इस माह में किसी गरीब को गर्म वस्त्रों का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके साथ ही अपनी श्रद्धा अनुसार व्यक्ति को अनाज का दान भी करना चाहिए।
कहते हैं कि इस माह में लाल रंग के कपड़ों का प्रयोग करने से व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि होती है। इसके साथ ही खाने में नमक की मात्रा को न के बराबर ही रखना चाहिए और इसकी जगह चीनी व गुड़ का सेवन अधिक करना चाहिए।
इस माह अजवायन, लौंग और अदरक का इस्तेमाल हितकारी होता है और साथ ही ठंडे पाना व ठंड़ी चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए।