Edited By ,Updated: 22 Mar, 2017 09:59 AM
संसार में रहकर शक्ति संपन्न बनने का एक माध्यम पैसा भी है। अधिक से अधिक धन कमाकर व्यक्ति सफलता के
संसार में रहकर शक्ति संपन्न बनने का एक माध्यम पैसा भी है। अधिक से अधिक धन कमाकर व्यक्ति सफलता के आयाम छूना चाहता है। शास्त्रों के अनुसार, देवी दुर्गा सभी शक्तियों से युक्त हैं। आपके मन में सुख-समृद्धि, धन व सफलता की इच्छा को पूर्ण करेगा ये मंत्र। इसका जाप नवरात्रि और शुक्रवार को करना विशेष लाभदायक होता है।
सृष्टिस्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते।।
नवरात्रि के दिनों में की गई दुर्गा उपासना भक्ति के साथ शक्ति भी देती है। मन में आने वाले बुरे विचार, दुर्गुण अथवा सभी तरह के दोषों का शमन कर देती है। तभी तो मां दुर्गा को दुर्गतिनाशिनी कहा जाता है। शास्त्रों में एक अचूक मंत्र बताया गया है, जिसका जाप करने से कर्ज और मर्ज से तो मुक्ति मिलती है साथ ही शत्रु भी निर्बल पड़ जाते हैं। सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। देवी दुर्गा की प्रतिमा अथवा चित्रपट पर लाल रंग के फूल चढ़ाकर स्फटिक की माला से 108 बार इस दुर्गा मंत्र का जाप करें।
मंत्र
ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम:
कर्ज और मर्ज के दलदल से उबारेंगे ये उपाय
पानी से आटा गूंथ कर लोईयां बना लें, फिर उसमें गुड़ भर कर पानी में बहा दें।
देसी घी की सफेद बर्फी में कमल गट्टे को पीस कर अच्छे से मिला लें, अब इसकी 21 आहुति दें।
गायत्री मंत्र का जाप करते हुए पांच गुलाब के फूल डेढ़ मीटर सफेद कपड़े में बांधे, सूर्यास्त से पहले किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें।