Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jun, 2017 10:57 AM
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार प्रत्येक ग्रह एक ही दृष्टि का स्वामी होता है, वो है सातवीं दृष्टि। शनि एकमात्र ऐसे
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार प्रत्येक ग्रह एक ही दृष्टि का स्वामी होता है, वो है सातवीं दृष्टि। शनि एकमात्र ऐसे ग्रह हैं जिनके पास सातवीं दृष्टि के अतिरिक्त तीसरी और दसवीं दृष्टि भी होती है। अगर ये दृष्टि किसी ग्रह अथवा जातक पर पड़ जाए तो उसका नाश हो जाता है। शनि की दृष्टि का प्रभाव प्रत्येक ग्रह और व्यक्ति पर अलग-अलग असर डालता है। आप उनकी इस बुरी नजर से सदा के लिए बचना चाहते हैं तो ऐसे में आपकी सहायता करेंगे कुछ खास उपाय। 21 जून को शनि वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे और 24 जून को शनि अमावस्या है। इन दो दिनों में शनि होंगे आपके अनुकूल। 21-24 जून को करें ये काम
सारा दिन मन में श्री हनुमते नमः मंत्र का जप करें। प्रत्येक मंगलवार-शनिवार को भी ये जाप करते रहेंगे तो शनि या साढ़ेसाती की वजह से होने वाले कष्टों का निवारण होगा।
मस्तक पर हनुमान जी के चरणों का सिंदूर लगाएं।
ब्रह्म मुहूर्त में मिट्टी के दीपक में चमेली का तेल डालकर दीप अर्पित करें और वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। अंत में गुड़ और केले का भोग लगाएं। बजरंगबली धन और घर से संबंधित सभी परेशानियां दूर करेंगे।
अमावस्या के दिन तुलसी और बिल्व के पत्ते न तोड़े। इस दिन तोड़ कर देवी-देवता पर चढ़ाए गए ये पत्र वह कबूल नहीं करते। तुलसी के पत्ते तोड़कर उनकी माला बना लें और हनुमान जी को पहनाएं। मान्यता है की हनुमान जी इस माला को धारण करके बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्त की हर मनोकामना पूरी करते हैं। बेलपत्र के पत्तों को गंगा जल से धोकर उन्हें बजरंगबली पर अर्पित करने से तीर्थों का फल मिलता है ।
अपने घर की छत पर लाल रंग का झण्डा फहराएं, जिस पर जय श्री राम लिखा हो। ऐसा करने से घर की सुरक्षा करेंगे स्वयं श्री हनुमान।