Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jul, 2017 07:26 AM
सावन के महीने में किया गया हनुमान पूजन शीघ्र फलदाई होता है। पंचांग के अनुसार श्रवण हिंदू वर्ष का पांचवा महीना है और
सावन के महीने में किया गया हनुमान पूजन शीघ्र फलदाई होता है। पंचांग के अनुसार श्रवण हिंदू वर्ष का पांचवा महीना है और शिव भक्ति का ही विशेष काल है। श्रावण मास हिन्दू सनातन परंपराओं के अनुसार मनुष्य जीवन के चार संयम की अहमियत बताने वाला महीना है। हनुमान जी एकादश रुद्र अवतार हैं अर्थात वे भगवान शंकर के ग्यारहवें अवतार माने जाते हैं। एकादश रुद्र अवतार का चरित्र भी संयम, शौर्य, पराक्रम, बुद्धि, बल, पवित्रता, संकल्प शक्तियों के बूते जीवन को कष्ट, बाधाओं व संकटों से दूर रखने की प्रेरणा देता है।
सावन के मंगलवार करें ये उपाय, हर संकट से पार लगाएंगे बजरंगबली
सावन के 5 मंगलवार शाम 5 बजे के बाद हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का एक दीपक अर्पित करें। आपकी हर मुराद होगी पूरी।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए एक साबुत पान का पत्ता लेकर उस पर थोड़ा सा गुड़ और चना रख कर भोग लगाएं।
बजरंगबली से धन का आशीर्वाद चाहते हैं तो उन्हें अपने हाथों से गुलाब के फूलों की माला बनाकर चढ़ाएं। फिर आसन बिछाकर बैठकर तुलसी की माला से इस मंत्र का जप करें:
मंत्र- राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
अब हनुमान जी की माला में से एक फूल तोड़ कर घर ले आएं। पीछे मुड़कर न देखें। घर आ कर उसे लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन रखने के स्थान पर रखें।