Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 12:11 PM
वैदिक शास्त्रों में दान का बहुत महत्व माना गया है। दान देने से जीवन में आ रही बहुत सारी परेशानियों से निजात पाया जा सकता है। कुछ ऐसी वस्तुएं हैं, जिनका जाने-अनजाने दान तो कर देते हैं लेकिन
वैदिक शास्त्रों में दान का बहुत महत्व माना गया है। दान देने से जीवन में आ रही बहुत सारी परेशानियों से निजात पाया जा सकता है। कुछ ऐसी वस्तुएं हैं, जिनका जाने-अनजाने दान तो कर देते हैं लेकिन लाभ की जगह हानि होने लगती है और व्यक्ति कंगाल तक हो सकता है।
आजकल प्लास्टिक के सामान का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। अपने घर में इस्तेमाल करने के लिए तो इसे खरीदें लेकिन गिफ्ट और दान न दें। कारोबार और घर की खुशहाली पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
झाड़ू का दान, घर से पैसे को कर देता है बाहर औक करवाता है बड़े-बड़े नुकसान। अत: इसका दान न करें।
सनातन हिंदू शास्त्रों में स्टील को दान करने संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं होती। इस धातु का दान न करें। घर की रौनक और रिश्ते खत्म होने लगते हैं।
अपने पुराने वस्त्रों का दान केवल जरूरतमंद व्यक्ति को दें। संपन्न अथवा पंडित को देने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
ताजे तेल का दान शनि देव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस्तेमाल किए हुए अथवा खराब तेल का दान देने से शनि कुपित हो जाते हैं।
ताजे खाने का दान जहां दैवीय कृपा दिलवाता है, वहीं बासी खाना किसी को दान करने से अशुभता का संचार होता है। घर में वाद-विवाद रहता है और धन कोर्ट कचहरी पर खर्च होता है।
शिक्षण साम्रगी जैसे कॉपी, किताब, धार्मिक ग्रंथ का दान पुण्यों में वृद्धि करता है लेकिन अगर यह जर्जर स्थिती में हों तो इनका दान न करें। दान करने वाले के बने बनाएं काम बिगड़ जाते हैं, गलत निर्णय लेकर दुख भोगता है।
धारदार और नुकीली वस्तुएं दान देने से बैड लक कभी पीछा नहीं छोड़ता।