Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 12:23 PM
आजकल की इस भागदौड़ भरे जीवन में किसी के पास शायद ही रामायण आदि जैसे किसी ग्रंथ को पढ़ने का समय हो। एेसे में व्यक्ति कुछ विशेष मंत्रों के उच्चारण से संपूर्ण रामायण को पढ़ने जितना फल प्राप्त कर सकता है।
आजकल की इस भागदौड़ भरे जीवन में किसी के पास शायद ही रामायण आदि जैसे किसी ग्रंथ को पढ़ने का समय हो। एेसे में व्यक्ति कुछ विशेष मंत्रों के उच्चारण से संपूर्ण रामायण को पढ़ने जितना फल प्राप्त कर सकता है। उनमें से एक मंत्र को श्लोकी रामायण कहा जाता है। इसके जाप से सभी तरह की परेशानियां खत्म होती हैं। यह मंत्र इस प्रकार है-
मंत्र
आदि राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदीहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद् रावण कुम्भकर्ण हननम्, एतद्धि रामायणम्।।
जाप विधि
सबसे पूर्व प्रातः काल उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और प्रभु श्रीराम की पूजा करें।
इसके बाद भगवान श्रीराम के चित्र के सामने आसन लगाकर रुद्राक्ष की माला लेकर इस मंत्र का जाप करें। यदि इस मंत्र का प्रतिदिन पांच माला जाप किया जाए तो व्यक्ति की हर परेशानी दूर हो जाती हैं।
ध्यान रहे कि मंत्र उच्चारण करते समय, जिस आसन पर बैठे वो आसन कुश का हो। इससे जल्द ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
एक ही समय, आसन व माला हो तो यह मंत्र जल्दी ही सिद्ध हो जाता है।