Edited By Niyati Bhandari, Updated: 05 Jun, 2022 12:06 AM
प्रेम तो सभी चाहते हैं कि लेकिन जरूरी नहीं कि हर किसी को प्रेम मिले! प्रेम तो मन का रिश्ता है और एक ऐसा ही रिश्ता होता है पति-पत्नी का, जिससे समाज का निर्माण होता है। किंतु आजकल
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How do you build a strong relationship- प्रेम तो सभी चाहते हैं कि लेकिन जरूरी नहीं कि हर किसी को प्रेम मिले! प्रेम तो मन का रिश्ता है और एक ऐसा ही रिश्ता होता है पति-पत्नी का, जिससे समाज का निर्माण होता है। किंतु आजकल प्रेम की परिभाषा बदल चुकी है, किसी का प्रेम क्षणिक होता है तो किसी का दीर्घकालिक, कोई अपनी मंजिल पा लेता है तो कोई रास्ते में ही हार मान जाता है। इसी हार को जीतने में बदलने के लिए और वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियों पर अंकुश लगाने के लिए कुछ उपाय बताए जा रहे हैं, जिनको अपनाने से दांपत्य जीवन में मधुरता और प्रेम का संचार होगा।
Tips To Improve Wife And Husband Relationship- पति-पत्नी के बीच अगर नि:स्वार्थ प्रेम हो तो वह घर स्वर्ग बन जाता है और अगर प्रेम की भावना का पुट न हो तो वही घर कलह का स्थान होता है। यदि पति-पत्नी के बीच तालमेल न हो और वैवाहिक जीवन में दिन-प्रतिदिन तनाव और परेशानियों का निर्माण हो रहा हो तो ऐसे दम्पति को चाहिए कि वे अपने शयनकक्ष में राधा-कृष्ण का एक चित्र लगाएं। राधा-कृष्ण का चित्र पति-पत्नी में प्रेम का भाव जागृत करेगा क्योंकि राधा-कृष्ण प्रेम के आदर्श है और इनकी पूजा भी की जाती है।
यदि राधा-कृष्ण का चित्र भी प्रतिदिन देखा जाए तो भी लाइफ-पार्टनर के लिए मन में प्रेम का संचार होता है तथा दाम्पत्य जीवन में प्रेम की वर्षा करने के लिए श्रीकृष्ण के मंदिर में बांसुरी और पान अर्पण करना चाहिए।
ज्योतिष दृष्टिकोण के द्वारा पति-पत्नी को कभी भी शयनकक्ष में किसी अन्य पुरुष या महिला के बारे में बातचीत नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसका दाम्पत्य जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पति-पत्नी के बीच बात-बात में तू-तू मैं-मैं होती हो तो प्रत्येक शुक्रवार को राधा-कृष्ण के मंदिर में फूलमाला चढ़ा कर मिश्री का भोग लगाने से पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ जाता है।
पति-पत्नी को चाहिए कि यदि संभव हो तो शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन रैस्टोरैंट, होटल आदि में भोजन करना या कहीं बाहर घूमने जाना चाहिए। ऐसा करने से दोनों में आकर्षण बढ़ जाता है।
कभी भी अपने जीवनसाथी को काले रंग का गिफ्ट नहीं देना चाहिए। गुलाबी, पीले या लाल रंग का गिफ्ट देने से प्रेम बढ़ता है।

प्रेम मन की उपज है इसलिए सबसे जरूरी बात यह है कि अपने लाइफ-पार्टनर के दिल की बात समझने का प्रयत्न करना चाहिए। अगर एक गुस्सा हो तो दूसरे को शांत हो जाना चाहिए। पत्नी को पति से ऊंची आवाज में बात नहीं करनी चाहिए और पति को पत्नी का मान-सम्मान करना चाहिए तो दाम्पत्य जीवन मधुर हो सकता है।
क्रोध, दुख, मानसिक परेशानी, जल्दबाजी में भोजन नहीं बनाना चाहिए, यदि क्रोध की अवस्था में भोजन बना दिया जाता है तो भोजन करने वाले के मन में भी क्लेश हो जाता है और घर में अनबन, बेवजह की लड़ाई-झगड़े हो जाते हैं। इसलिए भोजन प्रसन्न मन से और मधुर संगीत के साथ बनाना चाहिए।
रात्रि के समय विवाहित स्त्रियों को अपने पति के पैर दबाने चाहिएं क्योंकि ऐसा करने से लक्ष्मी उस घर से कभी नहीं जाती और पति-पत्नी में भगवान विष्णु और लक्ष्मी जैसा प्रेम उत्पन्न हो जाता है।
पहली रोटी गाय के लिए निकालें, दूसरी रोटी चील-कौआ के लिए निकालें, तीसरी रोटी कुत्तों के लिए निकालें और चौथी रोटी चींटियों के लिए निकाले ऐसा प्रतिदिन करने से उस घर से कभी भी प्रेम, वात्सल्य नहीं जाता।
प्रत्येक शुक्रवार को चने और गुड़ का भोग संतोषी माता को लगाने से पति का प्रेम बना रहता है।
सायंकाल को घर की चौखट पर तेल का दीया जलाने से घर-परिवार के सदस्यों में प्रेम की भावना जागृत रहती है।
झाड़ू ऐसी जगह रखना चाहिए जहां किसी की नजर उस पर न पड़े अर्थात घर का झाड़ू किसी को दिखाई न दे। इससे घर में कलह नहीं होती।
यदि शयनकक्ष गंदा रहता है तो तुरंत उसको साफ कर दें, शयनकक्ष हमेशा चमकता और साफ होना चाहिए शयनकक्ष में हल्का लाल बल्ब भी होना चाहिए, शयनकक्ष का साफ होना दाम्पत्य जीवन को स्वच्छ और प्रेमयुक्त रखता है।
घर में सुख-शांति के लिए सांयकाल में तुलसी के पौधे पर दीया प्रज्वलित करें।
परिवार के सभी सदस्यों में प्रेम की भावना सदा जीवित रहे, इसके लिए माता के मंदिर में सिंदूर चढ़ाएं। यदि लाइफ-पार्टनर के साथ विचार नहीं मिलते हों, लड़ाई-झगड़ा रहता है तो किसी सुहागन स्त्री को सिंदूर का दान कर उससे आशीर्वाद लें।
जीवनकाल तक प्रेम बना रहे, इसके लिए घर के बड़े-बूढ़ों का आशीर्वाद प्रतिदिन लेना चाहिए और पत्नी को रात्रि के समय सोने से पूर्व सास-ससुर के चरण स्पर्श करने चाहिएं।
