Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Sep, 2020 06:19 AM
आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 17 सितम्बर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 8 होता है, जिन के स्वामी शनि देव हैं। मूलांक 8 वाले जातकों को उनके लक्ष्यों की प्राप्ति देरी से होती है। इन्हें अपने जीवनकाल में
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Today's Birthday Prediction: आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 17 सितम्बर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 8 होता है, जिन के स्वामी शनि देव हैं। मूलांक 8 वाले जातकों को उनके लक्ष्यों की प्राप्ति देरी से होती है। इन्हें अपने जीवनकाल में बहुत से संघर्षों से गुजरना पड़ता है। इन लोगों को मेहनत का फल जल्दी ही नहीं मिलता। हालांकि ये लोग अपने पक्ष पर मुख्यतः ईमानदार व बहुत ही सुलझे हुए व्यक्तित्व वाले होते हैं। ये लोग अपनी ही बनाई एक दुनिया में रहते हैं, किसी से ज्यादा घुलना-मिलना इन्हें पसंद नहीं आता। ये लोग स्वयं के कारोबार की जगह नौकरी करना ज्यादा पसंद करते हैं। आज जिन जातकों का जन्मदिन है यह वर्ष आपके लिए विस्तार के नए आयाम लेकर आया है। आपको इस साल मेहनत के उत्तम परिणाम प्राप्त होंगे। सितम्बर का माह विद्यार्थियों के लिए शुभ है। मन एकाग्र कर अध्ययन करें। अक्टूबर के महीने में भाग दौड़ अधिक होगी। कार्यभार बढ़ सकता है। आप आंतरिक स्तर पर कुछ तनाव व परेशानी महसूस करेंगे। नवम्बर व दिसम्बर का समय विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ है, विवाह के लिए आए प्रस्तावों पर विचार किया जा सकता है।
वर्ष 2021 की शुरुआत मध्यम रहेगी। किसी भी प्रकार का बड़ा निवेश अभी न करें। पैसे के उधार की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। फरवरी के माह में खर्चों की अधिकता के कारण आपके स्वभाव में कंजूसी आ सकती है। आप फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगे। मार्च के माह में आपका ध्यान किसी कला या कोई नया कौशल सीखने की ओर आकर्षित हो सकता है। अप्रैल के माह में यात्राओं के योग बनते हैं। धन उपार्जन के नए मार्ग मिलने की संभावना बनती है। माता की सेहत का ख्याल रखें। जून के महीने में आप पहले से चले आ रहे कुछ अधूरे कार्यों को पूरा करने के बारे में विचार बना सकते हैं। गुस्से पर काबू रखें। जुलाई का समय कारोबार व नौकरी में एक नई शुरुआत के लिए शुभ है। हालांकि दाम्पत्य जीवन का पलड़ा कुछ हल्का रहेगा। जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है।
उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए नीले व काले रंग का परहेज करें।
हनुमान चालीसा का पाठ करें।
काली उड़द की दाल का दान करें।
पीपल वृक्ष पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
कानों में सोना धारण करें।
आचार्य लोकेश धमीजा
वेबसाइट – www.goas.org.in