Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 06:47 AM
शुक्रवार दि॰ 01.09.17 को भाद्रपद शुक्ल दशमी पर विशेष कुबेर पूजन किया जाएगा। भाद्रपद शुक्ल अष्टमी से लेकर आश्विन कृष्ण अष्टमी के 16 दिनों के विशेष काल के अंतर्गत यक्ष साधना स्थायी समृद्धि देती है। पौराणिक
शुक्रवार दि॰ 01.09.17 को भाद्रपद शुक्ल दशमी पर विशेष कुबेर पूजन किया जाएगा। भाद्रपद शुक्ल अष्टमी से लेकर आश्विन कृष्ण अष्टमी के 16 दिनों के विशेष काल के अंतर्गत यक्ष साधना स्थायी समृद्धि देती है। पौराणिक मतानुसार यक्षराज कुबेर उत्तर दिशा के दिक्पाल और धन के स्वामी हैं। ऋषि विश्वश्रवा व रावण के सौतेले बड़े भाई कुबेर स्वर्ण और खजाने के स्वामी माने जाते हैं। रावण की लंका व पुष्पक विमान पहले कुबेर का ही था। गौतमी नदी के तट पर धनद तीर्थ में शिव कृपा से कुबेर को धनपाल की पदवी प्राप्त हुई थी। कुबेर के विधिवत पूजन व उपाय से व्यक्ति को अपार धन की प्राप्ति होती है।
पूजन विधि: कुबेर के चित्र का विधिवत पूजन करें। शुद्ध घी का दीप करें, सुगंधित धूप करें, चंदन से तिलक करें, गुलाबी फूल चढ़ाएं, अबीर अर्पित करें, तिल से बने मिष्ठान का भोग लगाएं व 1 माला विशेष मंत्र जपें। पूजन उपरांत मिष्ठान दान करें।
पूजन मुहूर्त: दिन 11:47 से दिन 12:46 तक अथवा रात 22:20 से रात 23:20 तक।
पूजन मंत्र: ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रणवाय धनधान्यादिपतये धनधान्यसमृद्धि में देहि देहि दापय दापय स्वाहा॥
महूर्त विशेष
अभिजीत मुहूर्त: दिन 11:57 से दिन 12:48 तक।
अमृत काल: प्रातः शाम 17:55 से शाम 18:55 तक।
यात्रा महूर्त: दिशाशूल - पश्चिम। राहुकाल वास - आग्नेय। अतः आग्नेय व पश्चिम दिशा की यात्रा टालें।
वर्जित महूर्त: रात 20:40 से लेकर अगले दिन प्रातः 09:38 तक भद्रा (पाताल) में रहेगी जिसमें शुभ कार्य वर्जित हैं।
आज का गुडलक ज्ञान
गुडलक कलर: गुलाबी।
गुडलक दिशा: उत्तर।
गुडलक टाइम: शाम 18:20 से लेकर शाम 19:20 तक।
गुडलक मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं श्री ह्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम: स्वाहा॥
गुडलक टिप: सुख समृद्धि हेतु लक्ष्मी मंदिर में शक्कर दान करें।
गुडलक फॉर बर्थडे: शिवालय में घी का पंचमुखी दीपक करने से शिक्षा में सफलता मिलेगी।
गुडलक फॉर एनिवर्सरी: किसी ब्राह्मण स्त्री को आटा दान करने से दांपत्य जीवन मधुर रहेगा।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com