Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Jan, 2019 12:36 PM
हर व्यक्ति की कुंडली पर नवग्रहों का प्रभाव रहता है। जिस ग्रह का शुभ-अशुभ इंपैक्ट होता है, उसके अनुसार ही जीवन चलता है। जब भी कोई ग्रह हावी होने वाला होता है तो वो कुछ इशारे पहले से ही देने लगता है। ज्योतिष में राहु को पाप ग्रह कहा गया है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
हर व्यक्ति की कुंडली पर नवग्रहों का प्रभाव रहता है। जिस ग्रह का शुभ-अशुभ इंपैक्ट होता है, उसके अनुसार ही जीवन चलता है। जब भी कोई ग्रह हावी होने वाला होता है तो वो कुछ इशारे पहले से ही देने लगता है। ज्योतिष में राहु को पाप ग्रह कहा गया है। इसकी छाया पड़ने से भी व्यक्ति का बुरा दौर आरंभ हो जाता है। जब ये शुभता देने पर आता है तो झोपड़ी में रहने वालों को भी महलों में पहुंचा देता है। राहु का प्रकोप आप पर बरसने वाला है, समझें उनके इशारे और समय रहते हो जाएं सावधान-
मरे हुए सांप या छिपकली का दिखना।
लगतार धूम्रपान करने वालों का संग मिलना या आसपास धुंआ रहना।
किसी नदी या पवित्र कुंड में व्यक्ति स्नान नहीं कर पाता।
पालतु जानवर गुम हो जाता है या मर जाता है।
मेमोरी वीक होने लगती है।
बिना किसी कारण के लोग शत्रु बनने लगते हैं।
हाथों के नाखून कटने-फटने लगते हैं।
मरे हुए पक्षी दिखते हैं।
बंधी हुई रस्सी अपने-आप टूट जाती है।
रास्ता भुल जाना।
किसी जरुरी चीज़ का गुम हो जाना।
राहु की कृपा पाने के लिए करें ये काम-
पक्षियों को हर रोज़ बाजरा या सतनाजा खिलाएं।
शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
हाथी की सेवा करें, उसे उसकी मनपसंद चीज़ें खीलाएं जैसे हरे पत्ते, नारियल गोले या गुड़।
तेल, गेहूं और कंबल का दान करें।
दुर्गा चालीसा अथवा शिवपुराण का पाठ करें।
घर की साउथ-वेस्ट दिशा में पीले रंग के फूल लगाएं।
मांस और शराब से दूरी बनाकर रखें।
नहाने के पानी में चन्दन का इत्र मिलाएं, फिर चन्दन का टीका लगा कर सफेद चन्दन की माला पहनें, संभव न हो तो जेब में भी रख सकते हैं।
राहु के बीज मन्त्र का कम से कम 1 माला जाप हर रोज़ करें- ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !