Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Apr, 2019 11:32 AM
सनातन धर्म में धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से वैशाख माह को विशेष महत्व दिया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र के बाद वैशाख का महीना आता है। चैत्र पूर्णिमा के उपरांत जब प्रतिपदा तिथि आती है तभी से वैशाख माह की शुरुआत होती है। अंग्रेजी महीने के...
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सनातन धर्म में धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से वैशाख माह को विशेष महत्व दिया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र के बाद वैशाख का महीना आता है। चैत्र पूर्णिमा के उपरांत जब प्रतिपदा तिथि आती है तभी से वैशाख माह की शुरुआत होती है। अंग्रेजी महीने के अनुसार ये अप्रैल या मई में शुरु होता है। 2019 में ये महीना 21 अप्रैल, रविवार से प्रारंभ होगा और 21 मई, मंगलवार को समाप्त होगा। बहुत सारे विद्वान बैसाखी से भी इस महीने का आरंभ मानते हैं। इस दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए इस दिन को मेष संक्राति भी कहा जाता है। 2019 में बैसाखी 14 अप्रैल को मनाई जाएगी। वैशाख माह का संबंध विशाखा नक्षत्र से है। पुण्य और धन कमाने के लिहाज से ये महीना बहुत स्पैश्ल है।
इस महीने में बहुत सारे व्रत, पर्व और त्यौहार आते हैं। सबसे बड़ी बात साल में एक बार होने वाले वृंदावन के श्री बांके बिहारी जी के चरण दर्शन भी इसी महीने में किए जा सकते हैं। वैशाख में ही गंगा मइया धरती पर पुनः आई थी इसलिए गंगा स्नान करना अक्षय पुण्य देने वाला और जन्मों के पापो को धोने वाला माना जाता है। पूरा महीना स्नान और दान के लिए बहुत पवित्र है। स्नान के बाद पूरे विधी-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने पर दोगुना फल मिलता है। कुडंली के सभी दोषों से छुटकारा पाने का ये सर्वोत्तम उपाय है।
वैशाख में आएंगे ये व्रत, पर्व और त्यौहार
30 अप्रैल- वरुथिनी एकादशी व्रत और वल्लभाचार्य जयंती
4 मई- वैशाख अमावस्या
7 मई- अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती
9 मई- शंकराचर्य जयंती
11 मई- श्री गंगा सप्तमी
13 मई- सीता नवमी
15 मई- मोहिनी एकादशी
17 मई- छिन्नमस्ता जयंती
18 मई- वैशाख पूर्णिमा