Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Apr, 2023 06:29 AM
वरुथिनी एकादशी व्रत वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु जी के वामन अवतार की पूजा की जाती है। वरुथिनी एकादशी को किए जाने वाले
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Varuthini Ekadashi April 2023: वरुथिनी एकादशी व्रत वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु जी के वामन अवतार की पूजा की जाती है। वरुथिनी एकादशी को किए जाने वाले दान, पुण्य, उपाय और सत्कर्म कन्यादान करने जितना पुण्य देते हैं। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से याचक बन प्रार्थना करने पर घोर से घोर दरिद्रता भी नष्ट हो जाती है। इस शुभ अवसर पर यथा शक्ति दान, जाप, योग साधना से अनेक जन्मों के संग्रहित पाप कर्म भी क्षीण हो जाते हैं।
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आज का दिन ब्राह्मण और ब्राह्मणी को घर पर भोज के लिए आमंत्रित करें। उन्हें लक्ष्मी और विष्णु जी का रूप समझ कर उन्हें भोजन कराएं, वस्त्र, खड़ाऊ, दक्षिणा देकर विदा करें। जाते समय उनसे कुछ दाने चावल लेकर आशीर्वाद के रूप में अपने धन के स्थान में रखें।
वरुथिनी एकादशी के दिन गेहूं का दान स्वर्ण के दान के बराबर होता है। गेहूं के दान करने पर अथाह धन सम्पदा की प्राप्ति होती है।
पूर्व की दिशा में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का चित्र गोल्डन रंग का फ्रेम कराकर लगवाएं। ऐसा करने पर व्यापार में वृद्धि, धन का निरंतर बहाव घर में रहेगा।
घर के ब्रह्मस्थान को सबसे पवित्र व शुभ स्थान माना गया है। ब्रह्माण्ड की ऊर्जा आने का रास्ता यही स्थान है। इस स्थान पर सुदर्शन चक्र व अभिमंत्रित किए गोमती चक्र रखने से अनंत सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
आज के दिन अपने घर के पूर्वजों के नाम पर दान देने से अनेक पुण्यों कि प्राप्ति होती है। सुबह पूर्व दिशा में सूर्य नारायण को पांच प्रकार से अर्घ्य दें, पहले जल में गुड़ डाल कर, दूसरा जल में हल्दी डाल कर, तीसरा जल में शहद मिलाकर, चौथे जल में दूर्वा डाल कर अंत में पुष्प डाल कर। इस प्रकार से स्वर्ण के समान आपका भविष्य उज्वल होगा और धन के भंडार भरे रहेंगे।
नीलम
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