Edited By Jyoti,Updated: 06 May, 2021 05:53 PM
वरूथिनी एकदाशी के दिन श्री हरि की पूजा का विधान है। मगर आज कल के समय की बात करें तो लगभग हर आदमी अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो चुका है
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वरूथिनी एकदाशी के दिन श्री हरि की पूजा का विधान है। मगर आज कल के समय की बात करें तो लगभग हर आदमी अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो चुका है कि उसके पास पर्याप्त समय नहीं है कि विधि-पूर्वक पूजा पाठ की जा सके। ऐसे में काम आते हैं शास्त्रों में बताए छोटे-छोटे मंत्र आदि। कहा जाता है इन मंत्रों आदि के जप से न केवल भगवान की कृपा प्राप्त होती है बल्कि तमाम तरह की इच्छाएं भी पूर्ण होती हैं।
तो अगर आप भी उन लोगों में से जिनके पास पूजा पाठ करने के ज्यादा समय नहीं है या आपकी पूजा करने की विधि नहीं पता तो ये आर्टिकल आपके लिए बहुक लाभदायक साबित होगा। जी हां,वरूथिनी एकादशी के इश खास अवसर पर हम आपको बताने जा रहे हैं श्री हरि की एक ऐसी चमत्कारी स्तुति के बारे में, जिसका जप करना बहुत लाभदायक माना जाता है।
ज्योतिष मान्यताएं हैं कि अगर व्यक्ति पूरे भाव से इस मंत्र स्तुति का जाप करता है तो निश्चित ही श्री हरि नारायण आप पर प्रसन्न होकर हर क्षेत्र में विजयी होने का आशीर्वाद देते हैं। यहां जानें पवित्र विष्णु स्तुति-
शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम्।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्।।
यं ब्रह्मा वरुणैन्द्रु रुद्रमरुत: स्तुन्वानि दिव्यै स्तवैवेदे:।
सांग पदक्रमोपनिषदै गार्यन्ति यं सामगा:।
ध्यानावस्थित तद्गतेन मनसा पश्यति यं योगिनो
यस्यातं न विदु: सुरासुरगणा दैवाय तस्मै नम:।।