Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jul, 2017 09:55 AM
व्यक्ति को पूरे दिन की थकान दूर करने के लिए अच्छी नींद की आवश्यकता होती है। शयनकक्ष ऐसा होना चाहिए जहां व्यक्ति का तनाव खत्म हो। लेकिन कई बार अधिक
व्यक्ति को पूरे दिन की थकान दूर करने के लिए अच्छी नींद की आवश्यकता होती है। शयनकक्ष ऐसा होना चाहिए जहां व्यक्ति का तनाव खत्म हो। लेकिन कई बार अधिक थकान होने के बाद भी अच्छी नींद नहीं आती। व्यक्ति का मन भटकता रहता है। वास्तु के अनुसार ऐसा वास्तुदोष के कारण भी हो सकता है। यदि वास्तु की कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
वास्तु के अनुसार बिस्तर का सही दिशा में होना बहुत जरुरी होता है। कभी भी बिस्तर उत्तर-पूर्व दिशा की अौर नहीं होना चाहिए।
अधिक्तर लोग शयनकक्ष में आईना लगाकर रखते हैं। वास्तु के अनुसार यदि कमरे में शीशा है तो सोने से पूर्व उसे कवर कर देना चाहिए।
कभी भी उत्तर की अौर सिर करके नहीं सोना चाहिए। इस दिशा की अौर सोने से मानसिक परेशानी में वृद्धि होती है।
भूलकर भी पलंग पर बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए।
शयनकक्ष में शीशा इस प्रकार लगा होना चाहिए कि उसमें पलंग न दिखाई दें।
पलंग लकड़ी का बना होना चाहिए। इसके साथ ही पलंग चौकोर आकार का हो।