Edited By Lata,Updated: 13 Oct, 2019 02:55 PM
कार्तिक माह का पवित्र महीना आज से शुरू हो चुका है। कहते हैं कि इस दौरान सुबह-सुबह उठकर स्नान, दीप-दीन करने का विशेश महत्व होता है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
कार्तिक माह का पवित्र महीना आज से शुरू हो चुका है। कहते हैं कि इस दौरान सुबह-सुबह उठकर स्नान, दीप-दीन करने का विशेश महत्व होता है। माना जाता है कि दीप-दान करने से व्यक्ति के समस्त पाप दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही मान्यता है कि तुलसी जी के समक्ष दीपक जलाने व्यक्ति के जीवन व घर से हर तरह की समस्या दूर हो जाती है। तुलसी के पौधे को घर में लगाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि ये जिस घर में होती है, वहां कभी भी नकरात्मकता हावी नहीं होती है और ये हर तरह के वास्तु दोषों को दूर करता है। लेकिन वास्तुशास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को लगाने की गलत दिशा और इसके इस्तेमाल में की गई लापरवाही के चलते हमारे जीवन पर इसका नकारात्मक असर भी पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे के पत्ते को एकादशी, रविवार और मंगलवार को नहीं तोड़ना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करता है, उसे दड़ का भागी बनना पड़ता है।
उत्तर-पूर्व दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा मानी जाती है इसलिए घर की आर्थिक स्थिति में वृद्धि करने के लिए तुलसी को उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए।
अगर आपके घर में वास्तु शास्त्र संबंधी कोई दोष है यानि की हमेशा आपके घर में कोई न कोई परेशानी बनी रहती है तो दक्षिण- पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं।
यदि तुलसी का पौधा सूख जाए तो उसे नदी या पास के कुंए में डाल देना चाहिए। यदि आप ऐसा न कर सके तो पौधे को गमले की मिट्टी में ही दबा देना चाहिए।